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Baweja Studios IPO Listing: मूवी कंपनी ने किया निराश, तेजी गंवाकर शेयर आए लोअर सर्किट पर

Baweja Studios IPO Listing: कयामत, भौकाल जैसी मूवीज प्रोड्यूस करने वाली बावेजा स्टूडियोज की आज मार्केट में फीकी एंट्री हुई है। महज डेढ़ फीसदी का लिस्टिंग गेन हुआ और वह भी हवा हो गया और शेयर लोअर सर्किट पर आ गए। इस आईपीओ में खुदरा निवेशकों ने भर-भरकर पैसे लगाए थे। आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी पैसे जारी हुए हैं

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Feb 06, 2024 पर 4:09 PM
Baweja Studios IPO Listing: मूवी कंपनी ने किया निराश, तेजी गंवाकर शेयर आए लोअर सर्किट पर
Baweja Studios IPO Listing: बावेजा स्टूडियोज का 97.20 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 जनवरी से 1 फरवरी तक खुला था। आज इसकी लिस्टिंग हुई है।

Baweja Studios IPO Listing: कयामत और लव स्टोरी 2050 जैसी फिल्मों को प्रोड्यूस करने वाली बावेजा स्टूडियोज (Baweja Studios) के शेयरों की आज NSE SME पर एंट्री हुई। खुदरा निवेशकों ने इसके आईपीओ में जमकर पैसे लगाए थे और उनके दम पर यह आईपीओ ओवरऑल 2 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 180 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 183 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को महज डेढ़ फीसदी का लिस्टिंग गेन (Baweja Studios Listing Gain) मिला। हालांकि यह गेन भी हवा हो गया और लिस्टिंग के बाद शेयर टूट गए। टूटकर यह 173.85 रुपये (Baweja Studios Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले दिन आईपीओ निवेशक अब 3 फीसदी से अधिक घाटे में हैं।

Baweja Studios IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस

बावेजा स्टूडियोज का 97.20 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 जनवरी से 1 फरवरी तक खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 2.62 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 2.17 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 1.08 गुना, खुदरा निवेशकों का हिस्सा 4.20 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 72 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 14 लाख शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हुई है। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।

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