TMC-Congress Alliance: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने एक बार फिर कांग्रेस (Congress) की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और ऐलान कर दिया कि हम अपनी बात पर अड़े हैं, यानि आने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर अकेले लड़ेगी। ये बयान ऐसे समय में आया, जब शुक्रवार को दिन में ऐसी खबरें आ रही थीं कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी और TMC के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रही है और जल्द ही गठबंधन का ऐलान हो सकता है। इतना ही नहीं ममता की पार्टी ने ये भी कहा कि वो असम की कुछ सीट और मेघालय की एक सीट पर भी चुनाव लड़ेगी।
ऐसी खबरें थीं कि कांग्रेस और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली TMC, जो विपक्षी गुट I.N.D.I.A का हिस्सा हैं, उसने अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA का एकजुट होकर मुकाबला करने के लिए अपनी बातचीत फिर से शुरू कर दी है।
हालांकि, राज्यसभा में TMC नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा, "कुछ हफ्ते पहले...पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि टीएमसी बंगाल की सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। हम असम की कुछ सीटों और मेघालय की तुरा लोकसभा सीट पर भी मैदान में हैं। इस स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।"
इससे पहले दिन में, सूत्रों ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस (Congress) और टीएमसी के बीच चर्चा चल रही है और इसे जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। उन्होंने ये भी बताया कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने असम में दो और मेघालय में एक सीट मांगी है, जिस पर चर्चा चल रही है।
दिनभर जब ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि गठबंधन हो सकता है। तब ये भी सामने आया था कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल में पांच सीटें मांग रही है। जबकि ममता बनर्जी कांग्रेस को दो सीट से ज्यादा नहीं देना चाहती हैं। ये दो सीट वही थीं, जिन पर कांग्रेस 2019 में जीती थीं।
मेघालय की सीट पर क्यों फंसा पेंच?
पेंच तृणमूल कांग्रेस की मांग पर भी फंस रहा था। क्योंकि TMC मेघालय की दो में से एक सीट चाह रही थी, जैसा कि उसने अब भी कहा कि वो राज्य की एक सीट पर लड़ेगी, लेकिन स्थानीय कांग्रेस नेता इस पक्ष में बिल्कुल नहीं थे, क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में दोनों सीटें कांग्रेस ने जीती थीं।
दिल्ली और यूपी में सीट-बंटवारे की बातचीत को अंतिम रूप दिए जाने के बाद TMC की नाराजगी सामने आई है, जबकि महाराष्ट्र में भी गठबंधन लिए एक बैठक 27 फरवरी को होनी है।
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में AAP चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दोनों गठबंधन सहयोगियों की तरफ से जल्द ही निर्णय सार्वजनिक करने की संभावना है।