Lok Sabha Elections 2024: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को इसमें कोई शक नहीं है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Polls) में सत्ता में वापस करेगी। इसलिए उन्होंने न केवल अपनी पार्टी बल्कि NDA के लिए भी एक महत्वाकांक्षी टारगेट सेट किया है। जहां कई विपक्षी दल अभी भी 'मोदी मैजिक' को चुनौती देने के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो वहीं प्रधान मंत्री ने आखिरी कैबिनेट बैठक में अपना आत्मविश्वास दिखाया। उन्होंने अपने मंत्रियों से बड़ा ही अहम सवाल पूछा "हमारे सत्ता में वापस आने पर अगले 100 दिनों के लिए आपकी क्या योजना है?”
CNN-News18 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सिर्फ इतना ही नहीं, बैठक के दौरान, मंत्रियों को 2024 से 2029 तक अगले पांच साल के कार्यकाल में किस क्षेत्र पर सबसे ज्यादा फोकस करना है, इसकी पहचान करने को भी कहा गया है। उम्मीद है कि कैबिनेट सचिवालय के अधिकारी हर एक मंत्री के साथ व्यक्तिगत रूप से संपर्क करेंगे और आने वाले सालों की योजनाओं के बारे में इनका इनपुट लेंगे।
दिन भर चलेगी मंत्रिपरिषद की बैठक
3 मार्च को मंत्रिपरिषद की बैठक राष्ट्रीय राजधानी के सुषमा स्वराज भवन में होगी और ये चर्चा दिन भर चलेगी। चुनाव से पहले मौजूदा सरकार की यह आखिरी मंत्रिपरिषद बैठक होगी। सूत्रों ने संकेत दिया कि बैठक के दौरान परिषद के साथ 2024 में बीजेपी के सत्ता में आने पर अगले 100 दिनों के फोकस पर विस्तृत चर्चा हो सकती है।
2019 में सत्ता में आने के बाद, मोदी सरकार ने 2021 में अपना पहला विस्तार किया। कई नए चेहरों को परिषद में जगह मिली, जिनमें OBC समुदाय के लोग भी शामिल थे।
पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ना चाहती है मोदी सरकार
नौकरशाह से नेता बने अश्विनी वैष्णव से लेकर राजीव चंद्रशेखर जैसे टेक्नोक्रेट और कई महिला मंत्री भी परिषद का हिस्सा हैं। वर्तमान में, पीएम मोदी के मंत्रिपरिषद में नौ महिलाएं हैं, जिनमें निर्मला सीतारमण और स्मृति ईरानी जैसी कैबिनेट मंत्री शामिल हैं। बीजेपी में शामिल होने के बाद एक साल से ज्यादा समय तक इंतजार करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
NDA के समर्थन से PM मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी 2014 में सत्ता में आई। 2019 में अगले लोकसभा चुनाव में जीत का जनादेश 2014 से भी बड़ा था।
इस बार, जहां भगवा पार्टी रिकॉर्ड तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, तो वहीं प्रधानमंत्री लगातार तीसरी बार कुर्सी संभालकर एक और उपलब्धि हासिल करना चाह रहे हैं।