Lok Sabha Elections 2024: निवर्तमान लोकसभा (Lok Sabha) में सदस्यों के 20 पद खाली हैं, जिनमें सबसे पुणे (Pune) की सीट सबसे ज्यादा समय से खाली है। पिछले साल मार्च में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्य गिरीश बापट के निधन के कारण ये सीट खाली हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने पुणे में उपचुनाव नहीं कराने के लिए चुनाव आयोग से नाराजगी जताई थी और कहा था कि किसी संसदीय क्षेत्र के लोग लंबे समय तक बिना प्रतिनिधि के नहीं रह सकते। बापट का 29 मार्च को निधन हो गया था।
पश्चिम बंगाल की कृष्णा नगर सीट से लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा को उनके खिलाफ पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों में आचार समिति की रिपोर्ट की सिफारिश पर सदन से निष्कासित कर दिया गया था।
BJP सदस्य राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ (जयपुर ग्रामीण लोकसभा), दिया कुमारी (राजसमंद), बालक नाथ (अलवर) और RLP सदस्य हनुमान बेनीवाल (नागौर) ने राजस्थान विधानसभा में निर्वाचित होने के बाद लोकसभा सदस्यता छोड़ दी थी।
इसी तरह मध्य प्रदेश विधानसभा में निर्वाचित होने के बाद BJP नेता नरेंद्र सिंह तोमर (मुरैना), प्रह्लाद सिंह पटेल (दमोह), राकेश सिंह (जबलपुर), रीति पाठक (सीधी) और उदय प्रताप सिंह (होशंगाबाद) ने भी संसद की सदस्यता छोड़ दी थी।
लोकसभा में छत्तीसगढ़ की रायगढ़ सीट का प्रतिनिधित्व कर रहीं गोमती साय, सरगुजा से रेणुका सिंह सरूता और बिलासपुर से अरुण साव ने भी राज्य विधानसभा में सदस्य बनने के बाद निचले सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया।
तेलंगाना से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य ए रेवंत रेड्डी, उत्तर कुमार रेड्डी, कोमतीरेड्डी वेंकट रेड्डी और बीआरएस नेता के प्रभाकर रेड्डी ने भी लोकसभा सदस्यता छोड़ दी थी। ये सभी तेलंगाना विधानसभा चुनाव में निर्वाचित हुए। रेवंत रेड्डी राज्य के मुख्यमंत्री बने।
बसपा सांसद अफजाल अंसारी को एक विशेष अदालत द्वारा एक मामले में दोषी ठहराये जाने और चार साल की सजा सुनाये जाने के बाद पिछले साल मई में लोकसभा से अयोग्य करार दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने गत दिसंबर में अंसारी की दोषसिद्धि को सशर्त निलंबित कर दिया था ताकि वह लोकसभा की कार्यवाही में भाग ले सकें, लेकिन उन्हें सदन में मतविभाजन में भाग लेने और भत्ते लेने से रोका गया था।