Chunavi Chaupal: कहते हैं कि पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपनी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) जीत को लेकर जितने आत्म विश्वास में हैं, उससे कई गुना ज्यादा विश्वास उन्हें विपक्ष के खराब प्रदर्शन का है। चुनाव के टाइम पर एक आम नेता क्या सोचता होगा कि उसे कैसी रणनीति बनानी है? प्रचार में कहां क्या बोलना है? और भी बहुत कुछ, लेकिन अब सोचिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले चुनाव को लेकर क्या कुछ सोचते होंगे। सबसे पहले तो उनके आत्म विश्वास को मानना पड़ेगा, क्योंकि उन्होंने केंद्री की आखिरी कैबिनेट बैठक में जो अपना आत्मविश्वास दिखाया, वो जबरदस्त है।
दरअसल उन्होंने अपने मंत्रियों से एक बड़ा ही अहम सवाल पूछा, और वो ये था कि "हमारे सत्ता में वापस आने पर अगले 100 दिनों के लिए आपकी क्या योजना है? उधर विपक्ष अभी सीट शेयरिंग, गठबंधन, नाराजगी, मनाना इसमें ही फंसा है। जबकि दूसरी तरफ चुनाव में हार-जीत की चर्चा छोड़िए, चर्चा इस पर हो रही है कि जब तीसरी बार बीजेपी सत्ता में आएगी, तो शुरुआती 100 दिनों का क्या एजेंडा होगा। सिर्फ इतना ही नहीं, बैठक के दौरान, मंत्रियों को 2024 से 2029 तक अगले पांच साल के कार्यकाल में किस क्षेत्र पर सबसे ज्यादा फोकस करना है, ये तक तय करने के लिए भी कहा गया है।
अब आतें विपक्षी खेमे में, तो यहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को अभी दो दिन भी ठीक से नहीं हुए, लेकिन मनमुटाव शुरू हो गया। कांग्रेस के सीनियर नेता सलमान खुर्शीद ने एक बड़ा भावुक सा पोस्ट किया। उन्होंने X पर लिखा, "फर्रुखाबाद से मेरे रिश्तों के कितने इम्तहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं पर हमारे सब के मुस्तकबिल का है। आने वाली नस्लों का है। किस्मत के फैसलों के सामने कभी झुका नहीं । टूट सकता हूं, झुकूंगा नहीं। तुम साथ देने का वादा करो, मैं नघमे सुनाता रहूं।"
खुर्शीद का ये दर्द इसलिए छलका है, क्योंकि गठबंधन में फर्रुखाबाद सीट समाजवादी पार्टी के खेम में चली गई है और हो सकता है कि सलमान खुर्शीद अब यहां निर्दलीय चुनाव लड़ें।
कुछ ऐसा ही पेंच गुजरात की भरूच सीट को लेकर भी फंसा है। आम आदमी पार्टी ने भरूच लोकसभा सीट से पहले ही अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। जबकि कांग्रेस नेताओं का मानना है कि गठबंधन में ये सीट AAP के पास नहीं जानी चाहिए। क्योंकि इस सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ दिवंगत नेता अहमद पटेल चुनाव लड़ते आए हैं। ऐसे में उनके बेटे कांग्रेस नेता फैसल अहमद पटेल ने भी नाराजगी जताई और अलांयस का समर्थन न करने की भी बात कही।
ABP न्यूज के मुताबिक, उन्होंने कहा, "भरूच सीट पर मैं दावेदार हूं। आम आदमी पार्टी का कैंडिडेट यहां से नहीं जीत सकता। मैंने यहां लगातार मेहनत की है। मैंने इस सीट को लेकर पार्टी आलाकमान से भी बात की है। मेरी बहन मुमताज भी चाहती हैं कि मैं इस सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ूं। उन्होंने 10 जनवरी को ही मुझसे इस बारे में कह दिया था। वह संगठन में काम करेंगीं और मैं लोकसभा चुनाव लड़ूंगा।"
अब आखिर में आते हैं कि बनारस, जहां आज प्रधानमंत्री मोदी काशी के दौरे पर थे और इस दौरान वे राहुल गांधी पर जमकर बरसे। PM ने राहुल के उस बयान पर नाराजगी जताई, जिसमें उन्होंने कहा था, "वाराणसी में हमने यूपी की सच्ची तस्वीर देखी है। सड़क पर युवा शराब पिए लेटे हैं। शराब पीकर युवा बाजा बजाकर नाच रहे हैं।"
इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिनके अपने होश ठिकाने नहीं हैं, वो मेरी काशी के बच्चों को नशेड़ी कह रहे हैं। उन्होंने कहा, "मोदी को गाली देते-देते तो इन्होंने 2 दशक बिता दिए और अब ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन पर, यूपी के नौजवानों पर ही ये लोग अपना फ्रस्टेशन निकाल रहे हैं। जिनके अपने होश ठिकाने नहीं हैं, वो यूपी के, मेरी काशी के बच्चों को नशेड़ी कह रहे हैं।"