Platinum Industries IPO : मुंबई स्थित स्टेबलाइजर्स बनाने वाली कंपनी प्लेटिनम इंडस्ट्रीज का आईपीओ 27 फरवरी को खुलने वाला है। कंपनी पब्लिक इश्यू के जरिए 216.05 करोड़ रुपये जुटा सकती है। अगले कुछ दिनों में प्राइस बैंड की घोषणा होने की उम्मीद है। यह इश्यू 29 फरवरी को बंद हो जाएगा। वहीं, एंकर निवेशकों के लिए यह आईपीओ 26 फरवरी को एक दिन के लिए खुलेगा। कंपनी 1.37 करोड़ इक्विटी शेयरों के आईपीओ के माध्यम से फंड जुटाने की योजना बना रही है। इसमें केवल फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और ऑफर फॉर सेल के तहत कोई बिक्री नहीं होगी।
Platinum Industries ने प्री-आईपीओ प्लेसमेंट से जुटाए 14.3 करोड़ रुपये
कंपनी ने इस साल 14 जनवरी को प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में 14.3 करोड़ रुपये जुटाए थे, जिसके लिए इश्यू प्राइस 157 रुपये था। 157 रुपये के इश्यू प्राइस के हिसाब से कुल आईपीओ साइज 216.05 करोड़ रुपये होगा। प्लैटिनम इंडस्ट्रीज ने प्राइवेट प्लेसमेंट के माध्यम से 9,10,700 इक्विटी शेयरों का प्री-आईपीओ प्लेसमेंट आवंटित किया है। इससे इश्यू का साइज 9,10,700 इक्विटी शेयरों से कम हो गया है। कंपनी ने वैभवी सांघवी, निरग वेंचर्स एलएलपी, रश्मिका डेवलपर्स एलएलपी, क्रेस्ट पार्टनर्स एलएलपी और सेंट कैपिटल फंड सहित 39 निवेशकों को 9.1 लाख से अधिक इक्विटी शेयर आवंटित किए।
Platinum Industries कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
प्लैटिनम सब्सिडियरी कंपनी प्लैटिनम स्टेबलाइजर्स इजिप्ट एलएलसी की स्वेज, मिस्र के गवर्नरेट में पीवीसी स्टेबलाइजर्स के लिए मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना के लिए 67.72 करोड़ रुपये और महाराष्ट्र के पालघर में पीवीसी स्टेबलाइजर्स के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना के लिए 71.26 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके अलावा, 30 करोड़ रुपये का उपयोग वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और शेष सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
क्या करती है Platinum Industries
प्लैटिनम स्पेशियलिटी केमिकल इंडस्ट्री में काम करती है। कंपनी पीवीसी स्टेबलाइजर्स, सीपीवीसी एडिटिव्स और लुब्रिकेंट्स बनाती है, जिसका उपयोग पीवीसी पाइप, पीवीसी प्रोफाइल, पीवीसी फिटिंग, बिजली के तार और केबल, एसपीसी फ्लोर टाइल्स, रिजिड पीवीसी फोम बोर्ड और पैकेजिंग मटेरियल में किया जाता है।
इसके पास लिस्टेड पियर्स नहीं हैं जो विशेष रूप से पीवीसी स्टेबलाइजर्स और सीपीवीसी एडिटिव्स का निर्माण करते हैं। कंपनी में प्रमोटरों की 94.74 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि डॉ होर्स्ट माइकल शिलर सहित पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 5.26 फीसदी शेयर हैं। यूनिस्टोन कैपिटल इस इश्यू का एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है।