Ullu Digital IPO: ओटीटी प्लेटफॉर्म उल्लू डिजिटल अपना आईपीओ लाने वाला है। इसके लिए कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर SEBI को ड्राफ्ट पेपर जमा किए हैं। कंपनी आईपीओ के माध्यम से 135-150 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। पब्लिक इश्यू में लगभग 62.6 लाख नए शेयर जारी किए जाएंगे। ऑफर फॉर सेल नहीं होगा। अगर उल्लू डिजिटल को आईपीओ के लिए सेबी से मंजूरी मिल जाती है, तो यह अब तक का सबसे बड़ा एसएमई आईपीओ होगा।
अभी तक देश का सबसे बड़ा एसएमई आईपीओ 105 करोड़ रुपये जुटाने वाला स्पेक्ट्रम टैलेंट मैनेजमेंट का है। चित्तौड़गढ़.कॉम के के डेटा के मुताबिक, इसके बाद 101.6 करोड़ रुपये जुटाने वाले आशका हॉस्पिटल्स, 97-97 करोड़ रुपये जुटाने वाले बावेजा स्टूडियोज और खजांची ज्वैलर्स, 94.7 करोड़ रुपये जुटाने वाले वाइज ट्रैवल इंडिया के आईपीओ हैं।
उल्लू डिजिटल, उल्लू ऐप/वेबसाइट के जरिए विभिन्न तरह का एंटरटेनमेंट कॉन्टेंट उपलब्ध कराता है। इसमें वेब सीरीज, शॉर्ट फिल्म्स और शो शामिल हैं। कंपनी के मालिक विभू अग्रवाल और उनकी पत्नी मेघा अग्रवाल हैं। वर्तमान में विभू और मेघा अग्रवाल के पास उल्लू में 95 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी के पास है।
आईपीओ से मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल कंपनी प्रमुख रूप से नए कॉन्टेंट के प्रोडक्शन, इंटरनेशनल शोज के अधिकारों की खरीद, टेक्नोलॉजी में इनवेस्टमेंट और स्टाफ की हायरिंग के लिए करेगी। इसके अलावा वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए भी पैसों का इस्तेमाल किया जाएगा।
Ullu Digital IPO: रिजर्व हिस्से की डिटेल
आईपीओ क्लोज होने के बाद शेयरों की लिस्टिंग बीएसई एसएमई पर होगी। आईपीओ के तहत 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व है। इश्यू के लिए नारनोलिया फाइनेंशियल सर्विसेज बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड को रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।