Lalithaa Jewellers ला सकती है IPO, 1600 करोड़ रुपये हो सकता है ऑफर साइज

Lalithaa Jewellers IPO : कंपनी मुख्य रूप से दक्षिण भारत के टियर II और टियर III शहरों पर फोकस करना चाहती है और इसमें आईपीओ से मिलने वाले फंड का इस्तेमाल किए जाने की उम्मीद है। वित्तीय वर्ष 2020 तक कंपनी के पास 26 स्टोर थे, जो कि 2024 तक बढ़कर दोगुने हो गए हैं

अपडेटेड Feb 12, 2024 पर 9:59 PM
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देश की दिग्गज ज्वेलरी रिटेलर ललिता ज्वैलर्स आईपीओ लाने जा रही है।

Lalithaa Jewellers IPO : देश की दिग्गज ज्वेलरी रिटेलर ललिता ज्वैलर्स आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी इस इश्यू के जरिए 1400 से 1600 करोड़ रुपये का फंड जुटा सकती है। CNBC-TV18 ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। इसके लिए मार्च 2024 के अंत तक आईपीओ कागजात दाखिल किए जाने की उम्मीद है। सूत्रों ने यह भी कहा कि ललिता ज्वैलरी के आईपीओ के तहत बड़े पैमाने पर फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसका मतलब है कि जुटाए गए पूरे 1400-1600 करोड़ रुपये कंपनी में आने की उम्मीद है।

Lalithaa Jewellers का बिजनेस

Lalithaa Jewellers मुख्य रूप से दक्षिण भारत के टियर II और टियर III शहरों पर फोकस करना चाहती है और इसमें आईपीओ से मिलने वाले फंड का इस्तेमाल किए जाने की उम्मीद है। वित्तीय वर्ष 2020 तक कंपनी के पास 26 स्टोर थे, जो कि 2024 तक बढ़कर दोगुने हो गए हैं। ललिता ज्वैलरी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ किरण कुमार ने आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में एक ज्वेलरी फैक्ट्री में नौकरीपेशा के रूप में कंपनी की शुरुआत की। उन्होंने अपने बिजनेस के लिए पूंजी जुटाने के लिए अपनी मां के आभूषण गिरवी रख दिए।


आभूषणों को किफायती बनाने के उनके अनुभव के चलते ललिता ज्वेलरी का कारोबार आज के समय में 4 राज्यों और दक्षिण भारत के 34 शहरों में 52 शोरूमों तक फैल चुका है। कंपनी का टर्नओवर 18,000 करोड़ रुपये से अधिक है। डॉ कुमार ज्वेलरी रिटेल ट्रेड में BIS हॉलमार्क वाला सोना ऑफर करने वाले पहले लोगों में से थे। उन्हें वेल्स विश्वविद्यालय, तमिलनाडु द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि से भी सम्मानित किया गया है।

Lalithaa Jewellers का रेवेन्यू और ऑपरेशन

ललिता ज्वैलरी के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा सोने के आभूषणों से आता है, जो इसकी कमाई का 95% हिस्सा है। वहीं, चांदी से 4 फीसदी और हीरे से 2 फीसदी रेवेन्यू जनरेट होता है। कंपनी का बिजनेस मुख्य रूप से तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पांडिचेरी और कर्नाटक में फैला हुआ है। ललिता ज्वैलरी का FY20 से FY23 के बीच प्रति शोरूम एवरेज रेवेन्यू ₹350 करोड़ से थोड़ा अधिक है।

Lalithaa Jewellers का फाइनेंशियल

ललिता ज्वैलरी का रेवेन्यू FY20 में ₹7,800 करोड़ से दोगुना होकर FY23 में ₹13,400 करोड़ हो गया है। FY23 में इसमें 63 फीसदी की मजबूत ग्रोथ देखी गई। कंपनी का EBITDA FY20 में ₹350 करोड़ से बढ़कर FY23 में ₹540 करोड़ हो गया है। FY23 में इसमें 30% की बढ़ोतरी हुई है। FY20 से FY23 के बीच कंपनी का EBITDA मार्जिन 4-5.8% के बीच रहा है। FY23 के अंत में कंपनी पर 750 करोड़ रुपये का कर्ज था।

Shubham Singh Thakur

Shubham Singh Thakur

Tags: #IPO

First Published: Feb 12, 2024 9:59 PM

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