IPO in FY25 : आईपीओ निवेशकों को वित्त वर्ष 2025 में भी मुनाफा कमाने के कई मौके मिलेंगे। एनालिस्ट्स का कहना है कि आईपीओ का सिलसिला मौजूदा वित्त वर्ष की शेष अवधि और अगले वित्तीय वर्ष में भी जारी रहने की उम्मीद है। FY25 में कुल 66 आईपीओ आने वाले हैं, जिनका मकसद कुल 72000 करोड़ रुपये जुटाने का होगा। इनमें से लगभग 25 कंपनियों को मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) से करीब 27,190 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिल गई है। इसके अलावा, अन्य 41 कंपनियां कुल 45,576 करोड़ रुपये जुटाने के लिए मंजूरी का इंतजार कर रही हैं।
बढ़ सकता है एवरेज आईपीओ साइज
प्राइम डेटाबेस के एमडी प्रणव हल्दिया ने मनीकंट्रोल को बताया कि इस साल प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों मार्केट्स के लिए बड़ा ट्रिगर आम चुनाव हैं, जो मई में होने वाले हैं। कैलेंडर ईयर 2024 में एवरेज आईपीओ साइज बड़ा होने की संभावना है क्योंकि पिछले साल की तुलना में अधिक बड़ी कंपनियां पब्लिक इश्यू लेकर आ रही हैं।
ये कंपनियां जुटाएंगी बड़ा फंड
जो कंपनियां आईपीओ के जरिए बड़ा फंड जुटाने की तैयारी कर रही हैं, उनमें OYO (करीब 8,430 करोड़ रुपये), एबिक्स कैश (6,000 करोड़ रुपये), NSDL (4,500 करोड़ रुपये), फर्स्ट क्राई (4,000 करोड़ रुपये) और डिजिट इंश्योरेंस (3,500 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
प्राइम डेटाबेस से पता चलता है कि करीब सात सो-कॉल्ड नए जमाने की टेक कंपनियों - ओला इलेक्ट्रिक, Awfis, मोबिक्विक, प्रोटिया, ओरावेल स्टेज़, गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस और ब्रेनबीज़ सॉल्यूशंस के कैलेंडर ईयर 2024 में पब्लिक होने की उम्मीद है। 2023 में केवल दो ऐसी कंपनियां - Yatra और Mamaearth - पब्लिक हुईं है।
बैंकिंग/वित्तीय सेवा क्षेत्र में सात कंपनियां पब्लिक होंगी। जना स्मॉल फाइनेंस बैंक और कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक 7 फरवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे। वहीं, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक और एबिक्स कैश के साल के अंत में खुलने की उम्मीद है। इसके अलावा, नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी, me Fintrade और Asirvad Micro Finance को सेबी की मंजूरी का इंतजार है।
टूरिज्म सेक्टर में दिख सकती है बड़ी ग्रोथ
टूरिज्म सेक्टर में आने वाले वर्षों में बड़ी ग्रोथ देखने की उम्मीद है और इसमें तीन आईपीओ कतार में हैं। एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स का 920 करोड़ रुपये 5 फरवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है, जबकि रितेश अग्रवाल के ओयो और जुनिपर होटल्स को रेगुलेटर की मंजूरी का इंतजार है। कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के मैनेजिंग डायरेक्टर वी जयशंकर को उम्मीद है कि अगले 12-24 महीनों में 15-20 यूनिकॉर्न कंपनियां पब्लिक हो जाएंगे और 2025 के अंत तक भारत में 10 से अधिक इंटरनेट डेकाकॉर्न होंगे।
साल 2023 में करीब 57 कंपनियों ने मेनबोर्ड आईपीओ के माध्यम से 49,434 करोड़ रुपये जुटाए, जो 2022 में 40 इश्यू द्वारा जुटाए गए 59,302 करोड़ रुपये से 17 फीसदी कम है। हालांकि, एलआईसी के आईपीओ को छोड़ दें तो 2023 में आईपीओ जुटाने में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।