BLS E-Services IPO : बीएलएस ई-सर्विसेज के शेयरों की लिस्टिंग कल यानी 6 फरवरी को होने वाली है। इस आईपीओ को निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली है और यह कुल 162.47 गुना सब्सक्राइब हुआ है। अब एक्सपर्ट्स का मानना है कि मंगलवार को कंपनी के शेयरों की मजबूत लिस्टिंग होगी। एक्सपर्ट्स ने शेयरों की लिस्टिंग पर निवेशकों को करीब 125-130 फीसदी के मुनाफे की उम्मीद जताई है। वहीं, ग्रे मार्केट से भी इश्यू को लेकर मजबूत संकेत मिल रहे हैं।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनी को लिस्टिंग पर मजबूत सब्सक्रिप्शन के अलावा, पॉजिटिव मार्केट कंडीशन, एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल और हेल्दी फाइनेंशियल परफॉर्मेंस का फायदा होगा। इसके साथ ही, सरकार के डिजिटल इंडिया पर जोर के चलते भी लिस्टिंग पर पॉजिटिव असर देखने को मिल सकता है।
BLS E-Services की लिस्टिंग पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय
स्टॉकबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट ध्रुव मुदरादी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि स्टॉक 135 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस से करीब 130 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट होगा।" सरकार के "डिजिटल इंडिया" कदम को ध्यान में रखते हुए Pace 360 के को-फाउंडर और चीफ ग्लोबल स्ट्रेटेजिस्ट अमित गोयल ने कहा कि बीएलएस-ई सर्विसेज वन-पॉइंट टेक्नोलॉजी एनेबल डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर है और कंपनी के ग्रोथ की पूरी संभावना है। उन्हें उम्मीद है कि लिस्टिंग करीब 125 फीसदी के लिस्टिंग गेन के साथ 300-320 रुपये प्रति शेयर के आसपास रह सकती है।
मेहता इक्विटीज के सीनियर VP रिसर्च प्रशांत तापसे को भी बीएलएस की जोरदार लिस्टिंग की उम्मीद है। उन्होंने स्टॉक के 135 रुपये के इश्यू प्राइस से दोगुने भाव पर लिस्ट होने की उम्मीद जताई है।
BLS E-Services का ग्रे मार्केट में क्या है अपडेट
ग्रे मार्केट में लिस्टिंग से एक दिन पहले BLS E-Services का आईपीओ 155 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इस हिसाब से कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 290 रुपये के भाव पर होने की संभावना है। अगर ऐसा होता है, तो निवेशकों को 114.81 फीसदी का बंपर मुनाफा होगा। हालांकि, इश्यू के ग्रे मार्केट प्रीमियम में कुछ गिरावट जरूर आई है। कुछ दिनों पहले यह शेयर अनलिस्टेड मार्केट में 175 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे थे।
BLS E-Services के IPO को मिला मजबूत सब्सक्रिप्शन
BLS E-Services का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के अंतिम दिन तक 162.47 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इसके तहत क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 123.30 गुना और नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 300.14 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इसके अलावा, रिटेल निवेशकों का हिस्सा 237 गुना भरा है। शेयरहोल्डर के लिए रिजर्व हिस्से को 15.32 गुना सब्सक्राइब किया गया है।