Apeejay Surrendra Park Hotels IPO: एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स का आईपीओ 5 फरवरी को खुल रहा है। आईपीओ से पहले इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स ने कंपनी में 409.5 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। ट्रू कैपिटल, कार्नेलियम कैपिटल, जूलियस बेयर इंडिया, सिटीग्रुप ग्लोबल, इंटीग्रेटेड कोर स्ट्रैटेजीज और सोसाइटी जेनरल जैसे प्रमुख निवेशकों ने एंकर बुक के माध्यम से कंपनी में निवेश किया। इसके अलावा निप्पॉन लाइफ इंडिया, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, 360 वन स्पेशल अपॉर्चुनिटीज फंड, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, क्वांट म्यूचुअल फंड, व्हाइटओक कैपिटल, मिराए एसेट, बंधन म्यूचुअल फंड, एडलवाइस ट्रस्टीशिप, कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस जैसे कई डॉमेस्टिक इनवेस्टर्स ने भी कंपनी में निवेश किया।
पार्क होटल्स ने बीएसई फाइलिंग में कहा कि उसने एंकर निवेशकों को 155 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 2,64,19,354 इक्विटी शेयरों के अलॉटमेंट को अंतिम रूप दिया है। कंपनी ने IPO के लिए प्राइस बैंड 147-155 रुपये प्रति शेयर तय किया है। एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स के अनुसार, कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए 920 करोड़ रुपये जुटाने की है। इश्यू के तहत 600 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 320 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल रहेगा। आईपीओ में पैसा लगाने के लिए 7 फरवरी तक का मौका रहेगा।
एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स 1987 में शुरू
इश्यू में निवेशक 96 शेयरों के लॉट में बोली लगा सकते हैं। प्रमोटर एपीजे की ओर से ओएफएस में 296 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की जाएगी। इसके अलावा निवेशक RECP IV Park Hotel Investors और RECP IV Park Hotel Co-Investors की ओर से क्रमश: 23 करोड़ रुपये और 1 करोड़ रुपये के शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा। एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स को साल 1987 में शुरू किया गया था।
Apeejay Surrendra Park Hotels IPO: रिजर्व हिस्से की डिटेल
आईपीओ का 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा हाई नेटवर्थ वाले लोगों के लिए और 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है। JM Financial, Axis Capital और ICICI Securities इस इश्यू के लिए मर्चेंट बैंकर हैं। रजिस्ट्रार Link Intime India Private Ltd है। शेयरों की लिस्टिंग BSE, NSE पर 12 फरवरी को होगी।
आईपीओ में नए शेयरों को जारी कर हुई कमाई का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। 2 जनवरी 2024 तक पार्क होटल्स पर कुल मिलाकर 582.28 करोड़ रुपये का बकाया था।