Get App

Indian Railways: ट्रेन में AC और स्लीपर कोच में बदल गया सोने का नियम, अब सिर्फ इतने घंटे ही सो सकते हैं

Indian Railways: भारतीय रेलवे के बहुत से ऐसे नियम हैं, जिनके बारे में यात्रियों को जानकारी बहुत कम होती है। ऐसे में एसी हो या स्लीपर कोच, मिडल बर्थ में सोने का नियम बनाया गया है। रेलवे ने हाल ही में इस नियम में बदलाव किया है। अब यात्री सिर्फ रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो सकते हैं

Jitendra Singhअपडेटेड Jul 26, 2023 पर 4:50 PM
Indian Railways: ट्रेन में AC और स्लीपर कोच में बदल गया सोने का नियम, अब सिर्फ इतने घंटे ही सो सकते हैं
Indian Railways: ट्रेन में सफर करते समय रेलवे के नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है

Indian Railways: अगर आप ट्रेन से सफर कर रहे हैं तो आपको कुछ नए नियमों के बारे में जरूर पता होना चाहिए। अक्सर ट्रेन में कोई न कोई बदलाव होते रहते हैं। कुछ समय पहले ही यात्रियों के लिए ट्रेन में सोने को लेकर कुछ नियम लागू किए गए हैं। ट्रेन में सोने का भी नियम बनाया गया है। पुराने नियमों के मुताबिक यात्री रात 9 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक ट्रेन में अपनी बर्थ पर सो सकते थे, लेकिन अब नियमों में बदलाव कर दिया है। अगर आप नए नियमों का पालन नहीं करते हैं तो चालान भी हो सकता है।

बता दें कि भारतीय रेलवे में रोजाना करीबन 2 करोड़ से ज्यादा यात्री यात्रा करते हैं। लेकिन ज्यादातर यात्रियों को रेलवे सफर से जुड़े जरूरी नियम और कायदे नहीं पता होते है। जिसकी वजह से कई उन्हें कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अगर आप ट्रेन सफर से जुड़े नियमों की जानकारी रखते हैं तो रास्ते में कई परेशानियों से बच जाएंगे।

ट्रेन में सोने के लिए बदल गए नियम

दरअसल, पहले यात्री रात के सफर में ज्यादा से ज्यादा 9 घंटे तक सो सकते थे। लेक‍िन अब यह समय घटाकर 8 घंटे कर द‍िया गया है। पहले यात्रियों को एसी कोच और स्‍लीपर में रात 9 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक सोने की अनुमत‍ि दी गई थी। रेलवे ने अब नियमों में बदलाव कर दिया है। लिहाजा अब नए नियमों के मुताबिक, रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो सकते हैं। यानी अब सोने का समय घटकर 8 घंटे रह गया है। यह बदलाव उन सभी ट्रेनों में लागू हो गया है। जिनमें सोने की व्यवस्था मुहैया कराई गई है। अगर आप भी ट्रेन में यात्रा करते हैं तो सोने के नए समय का पालन जरूर करना होगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें