Indian Railways: फेस्टिवल और छुट्टियों के मौसम में ट्रेन का कंफर्म टिकट पाने में लोगों को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ती है। इसकी एक बड़ी वजह एजेंट्स यानी ब्रोकरों की सांठ-गांठ भी होती है। अगर किसी भी ट्रेन में कंफर्म टिकट हासिल करना है तो 2 महीना पहले बुक करना पड़ता है। वहीं रेलवे के एजेंट यानी ब्रोकरों के पास हमेशा हर ट्रेन का कंफर्म टिकट रहता है। वहीं ब्रोकरों के जरिए टिकट लेने पर ज्यादा पैसे देना पड़ता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर इन एजेंट्स के पास कंफर्म टिकट पहुंचते कैसे हैं?