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खाने-पीने की चीजों के कीमतों में गिरावट के चलते 6% के नीचे रह सकती है मार्च की रिटेल महंगाई दर: पोल

अर्थशास्त्री सुजीत कुमार का कहना है कि सब्जियों और ईंधन के भाव में आई गिरावट के चलते महंगाई में कमी आई है। लेकिन तेल की कीमतों में हाल के निचले स्तर से 20 फीसदी से अधिक की बढ़त के चलते ईंधन के भाव में तेजी आएगी। इससे एक बार फिर महंगाई में बढ़त देखने को मिल सकती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 07, 2023 पर 9:39 AM
खाने-पीने की चीजों के कीमतों में गिरावट के चलते 6% के नीचे रह सकती है मार्च की रिटेल महंगाई दर: पोल
सर्वे में शामिल अर्थशास्त्रियों ने मार्च में भारत की रिटेल महंगाई दर 5.40 से 6.40 फीसदी के बीच रहने का अनुमान लगाया है

Reuters poll: मार्च में भारत की रिटेल महंगाई दर इस साल पहली बार भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित मान्य सीमा (टॉलरेंस लिमिट) के ऊपरी छोर से नीचे गिर कर 5.80 फीसदी पर रहने की संभावना है। महंगाई में आने वाली इस गिरावट में खाने-पीने की चीजों के भाव में आई कमी का सबसे बड़ा योगदान होगा। ये निष्कर्ष रायटर्स द्वारा अर्थशास्त्रियों के बीच कराए गए एक सर्वे से निकल कर आया है। देश के रिटेल महंगाई आंकड़े 12 अप्रैल को आने वाले हैं। गौरतलब है कि आरबीआई ने कल 6 अप्रैल को संपन्न हुई अपनी नीति बैठक में अपनी अहम दरों में कोई बदलाव न करके सबसे सरप्राइज कर दिया था। ये भी बताते चलें की आरबीआई की महंगाई की टॉलरेंस लिमिट 2-6 फीसदी है।

सब्जियों के भाव में कमी आने के कारण सुधार होने की उम्मीद

इस पोल के मुताबिक कुल रिटेल महंगाई में लगभग आधी हिस्सेदारी रखने वाली खाने-पीने वाली चीजों की महंगाई में सब्जियों के भाव में कमी आने के कारण सुधार होने की उम्मीद है। हालांकि कि अनाज की कीमतों में बढ़त के कारण ये गिरावट थोड़ी सीमित रह सकती है।

3-6 अप्रैल के बीच 39 अर्थशास्त्रियों के बीच कराया गया सर्वे

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