India Inc CEO Survey : चाइना-प्लस-वन की नीति को ने हाल के दिनों में काफी लोकप्रियता मिली है। दुनिया भर की कंपनियां अपनी मैन्युफैक्चरिंग और सॉफ्टवेयर जरूरतों के लिए बीजिंग पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अपनी बड़ी युवा आबादी और सुधरते बुनियादी ढांचे के साथ भारत को इस बदलाव से सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है। देश के दिग्गज मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEOs) के बीच करवाए गए मनीकंट्रोल के एक सर्वे के मुताबिक इस सर्वे में शामिल लगभग 53 फीसदी सीईओ का मानना है कि देश जल्द ही मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में चीन का विकल्प बन जाएगा।