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भारत महामारी से उम्मीद से ज्यादा तेजी से उबरा, आगे भी कायम रहेगी ग्रोथ की तेज रफ्तार: आरबीआई

RBI Bulletin:आरबीआई बुलेटिन का प्रकाशन हर महीने होता है। इसमें घरेलू और ग्लोबल इकोनॉमी के ट्रेंड विश्लेषण किया जाता है। इस बुलेटिन में आगे कहा गया है कि फरवरी के अंत में आए NSO के आंकड़ों से पता चलता है कि भारती इकोनॉमी दुनिया की दूसरी इकोनॉमीज की तुलना में ज्यादा बेहतर स्थिति में है। आगे आने वाले साल की चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की इकोनॉमी में अतंर्निहित शक्ति दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में कहीं ज्यादा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 21, 2023 पर 7:41 PM
भारत महामारी से उम्मीद से ज्यादा तेजी से उबरा, आगे भी कायम रहेगी ग्रोथ की तेज रफ्तार: आरबीआई
अगर किसी देश में 'ग्रॉस फिक्स्ड कैपिटल फॉर्मेशन' तीव्र गति से हो रहा है तो उस देश के विकास की रफ्तार भी अधिक होगी। वास्तव में यह अर्थव्यवस्था में निवेश के स्तर का सूचक है

RBI Bulletin:भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मार्च के मासिक बुलेटिन में कहा गया है कि भारत महामारी के वर्षों से उम्मीद से ज्यादा मजबूती के साथ उबरा है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से देश की इकोनॉमी मजबूती के साथ गति पकड़ती दिख रही है।  बुलेटिन में आगे कहा गया है, "इससे भी अहम बात यह है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के विपरीत, भारत की ग्रोथ आगे धीमी नहीं होगी। हमारी अर्थव्यवस्था 2022-23 की तेजी को आगे भी बनाए रखेगी। हम तमाम चुनौतियों के बावजूद भारत को लेकर आशावादी बने हुए हैं।"

हर महीने होता है आरबीआई बुलेटिन का प्रकाशन

बता दें कि आरबीआई बुलेटिन का प्रकाशन हर महीने होता है। इसमें घरेलू और ग्लोबल इकोनॉमी के रुझानों का विश्लेषण किया जाता है। इस बुलेटिन में आगे कहा गया है कि फरवरी के अंत में आए NSO के आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय इकोनॉमी दुनिया की दूसरी इकोनॉमीज की तुलना में ज्यादा बेहतर स्थिति में है। आगे आने वाले साल की चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की इकोनॉमी में अतंर्निहित शक्ति दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में कहीं ज्यादा है।

बुलेटिन में बताया गया है 2022-23 की तीसरी तिमाही के दौरान जहां भारतीयों द्वारा अपने निजी उपभोग (अर्थात् निजी अंतिम उपभोग व्यय या PFCE) के लिये खर्च किये गये पैसे में गिरावट आई है। वहीं, ग्रॉस फिक्स्ड कैपिटल फॉर्मेशन' (GFCF) में 8.3 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है। सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस बढ़ाने से इसको मजबूती मिली है।

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