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भारत का अप्रैल सर्विसेज PMI 13 साल के हाई पर, लगातार 21वें महीने रहा 50 के पार

खाने-पीनें की चीजों, ईंधन, दवा, परिवहन के भाव में बढ़त और बढ़ती मजदूरी के कारण महंगाई बढ़ने से अप्रैल में उत्पादन लागत में तीन महीनों में सबसे तेज गति से बढ़त हुई है। हालांकि मजबूत मांग के चलते सेवा प्रदाता अपनी बढ़ती उत्पादन लागत को उपभोक्ताओं पर पास ऑन करने में सफल रहे हैं। जिसके चलते अप्रैल में कीमतों में 2023 की अब तक की सबसे तेज बढ़त देखने को मिली है

Curated By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड May 03, 2023 पर 12:57 PM
भारत का अप्रैल सर्विसेज PMI 13 साल के हाई पर, लगातार 21वें महीने रहा 50 के पार
S&P Global ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि अप्रैल में नए ऑर्डरों की मात्रा भी जून 2010 के बाद सबसे तेज गति से बढ़ती नजर आई है। इस ग्रोथ की वजह सर्विसेज की मजबूत मांग और कॉम्पिटीटिव प्राइसिंग रही है

India April services PMI: एसएंडपी ग्लोबल (S&P Global) की तरफ से 3 मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत के सर्विसेज सेक्टर (सेवा क्षेत्र) में अप्रैल में उछाल आया है। अप्रैल में भारत के सर्विसेज सेक्टर का परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) मार्च के 57.8 से बढ़कर 62.0 पर आ गया है। ये लेवल पिछले 13 सालों का हाइएस्ट लेवल है। अप्रैल महीने में भारत की सर्विसेज लगातार 21 महीने 50 के ऊपर रही है। ये भी बता दें कि अगर पीएमआई आंकड़ा 50 के ऊपर होता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में ग्रोथ हुई है। वहीं अगर ये आंकड़ा 50 के नीचे रहता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में संकुचन आया है।

कंपोजिट पीएमआई मार्च के 58.4 से बढ़कर 61.6 के स्तर पर आया

सर्विसेज पीएमआई डेटा शनिवार को आए अप्रैल मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकडों के बाद आया है। अप्रैल महीने में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई भी 57.2 के उच्च स्तर पर रहा है। इसके चलते अप्रैल में देश की कंपोजिट पीएमआई मार्च के 58.4 से बढ़कर 61.6 के स्तर पर आ गई है। बता दें कि कंपोजिट पीएमआई, सर्विसेज पीएमआई और मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का कॉम्बिनेशन होता है। अप्रैल का कंपोजिट पीएमआई जुलाई 2010 के बाद के सबसे हाइएस्ट लेवल पर रहा है।

नए ऑर्डरों की मात्रा भी जून 2010 के बाद सबसे तेज गति से बढ़ी

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