भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अक्टूबर की शुरुआत में होने वाली अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक (MPC Meet) में लगातार चौथी बार नीतिगत दरों (Repo Rate) को जस का तस रख सकता है। इसकी वजह है कि खुदरा महंगाई लगातार ऊंची बनी हुई है और अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने सख्त रुख बनाए रखने का फैसला किया है। फेडरल रिजर्व ने हाल की बैठक में ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है। RBI ने 8 फरवरी, 2023 को बेंचमार्क रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया था। तब से इसने अत्यधिक उच्च खुदरा महंगाई और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों सहित कुछ वैश्विक कारकों को देखते हुए दरों को उसी स्तर पर बरकरार रखा है।