18 सितंबर को आरबीआई द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की शुद्ध घरेलू बचत वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 19 फीसदी कम रही है। आंकड़ों में देखें तो वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की शुद्ध घरेलू बचत 13.77 लाख करोड़ रुपए रही है। ये गिरकर देश की जीडीपी के 5.1 फीसदी पर आ गई है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इकोनॉमिस्ट निखिल गुप्ता के मुताबिक जीडीपी के 5.1 फीसदी पर देश की शुद्ध घरेलू बचत 34 वर्षों में सबसे कम है।