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कैबिनेट फर्टिलाइजर सब्सिडी में कर सकती है 35% की कटौती, IT हार्डवेयर के लिए 17000 करोड़ की PLI स्कीम को मंजूरी मुमकिन

सीएनबीसी-आवाज़ ने सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर बताया है कि कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। इस पर दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। इस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी दी जा सकती है। खरीफ सीजन के लिए 37000 करोड़ रुपए की फर्टिलाइजर सब्सिडी को मंजूरी दे दी गई है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने डाइ-अमोनियम फॉस्फेट, म्यूरेट ऑफ पोटाश जैसे उर्वरकों के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी में 35 प्रतिशत कटौती को मंजूरी दे दी है

MoneyControl Newsअपडेटेड May 17, 2023 पर 3:24 PM
कैबिनेट फर्टिलाइजर सब्सिडी में कर सकती है 35% की कटौती, IT हार्डवेयर के लिए 17000 करोड़ की PLI स्कीम को मंजूरी मुमकिन
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय कैबिनेट IT हार्डवेयर के लिए 17000 करोड़ की PLI को भी मंजूरी दे सकती है। IT हार्डवेयर के लिए PLI-2 स्कीम को मंजूरी मिलने की संभावना है

केंद्रीय कैबिनेट फर्टिलाजर पर मिलने वाली पोषक तत्व आधारित सब्सिडी में 35 प्रतिशत कटौती को मंजूरी दे सकती है। इसके अलावा कैबिनेट मीट में आईटी हार्डवेयर के लिए 17000 रुपये की पीएलआई योजना को भी मंजूरी मिल सकती है। सीएनबीसी-आवाज़ ने सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर बताया है कि कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। इस पर दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। इस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी दी जा सकती है। खरीफ सीजन के लिए 37000 करोड़ रुपए की फर्टिलाइजर सब्सिडी को मंजूरी दे दी गई है।

सूत्रों ने सीएनबीसी-आवाज़ को बताया है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने डाइ-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी), म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी) जैसे उर्वरकों के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) में 35 फीसदी कटौती को मंजूरी दे दी है। 3 बजे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी दी जा सकती है।

नई सब्सिडी स्कीम अप्रैल और सितंबर के बीच की अवधि के लिए लागू होने की उम्मीद है। यह छह महीने की अवधि किसानों के लिए महत्वपूर्ण होगी क्योंकि वे इस समय किसान फसल की बुआई और उपज बढ़ाने के लिए उर्वरकों पर बहुत अधिक निर्भर होते हैं। किसानों की स्थिति और कृषि उत्पादकता पर सब्सिडी कटौती का प्रभाव चिंता का विषय बना हुआ है।

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