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मार्च में Petrol की बिक्री 4.2% की बढ़ोतरी के साथ रिकॉर्ड हाई पर, आखिर क्यों बढ़ रही फ्यूल की मांग

पेट्रोल एवं डीजल की खपत महामारी-पूर्व स्तर पर पहुंचने के साथ मार्च में देश की फ्यूल की मांग 4.2 प्रतिशत बढ़कर तीन साल के उच्चस्तर पर पहुंच गई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 11, 2022 पर 5:15 PM
मार्च में Petrol की बिक्री 4.2% की बढ़ोतरी के साथ रिकॉर्ड हाई पर, आखिर क्यों बढ़ रही फ्यूल की मांग
मार्च, 2022 में पेट्रोलियम उत्पादों की कुल खपत 1.94 करोड़ टन रही, जो मार्च, 2019 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है

भारत में पेट्रोल की बिक्री अभी तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के साथ मार्च में फ्यूल की मांग अपने तीन साल के हाई पर पहुंच गई। दरअसल, महामारी के बाद देश में मजबूत आर्थिक सुधार के अनुमानों से फ्यूल की डिमांड को सपोर्ट मिल रहा है।

पेट्रोल एवं डीजल की खपत महामारी-पूर्व स्तर पर पहुंचने के साथ मार्च में देश की फ्यूल की मांग 4.2 प्रतिशत बढ़कर तीन साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च, 2022 में पेट्रोलियम उत्पादों की कुल खपत 1.94 करोड़ टन रही, जो मार्च, 2019 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है।

कोविड की तीसरी लहर से उबरने के साथ बढ़ी मांग

इन आंकड़ों से पता चलता है कि कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर के असर से इकोनॉमी के उबरने के बीच परिवहन ईंधन की मांग मार्च में खासी बढ़ गई। देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ईंधन डीजल की कुल ईंधन खपत में हिस्सेदारी 40 फीसदी रही। मार्च में डीजल की मांग 6.7 फीसदी बढ़कर 77 लाख टन पर पहुंच गई। वहीं पेट्रोल की खपत 6.1 फीसदी बढ़कर 29.1 लाख टन रही।

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