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गोल्ड ज्वेलरी खरीदते वक्त है इसके प्योरिटी की टेंशन, जानें कैसे चेक करें कि कितना असली है आपका सोना

हमारा यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर जो सोना या फिर सोने का जो गहना हम खरीद रहे हैं वो कितना प्योर है। इसके लिए सरकार ने भी कुछ कदम उठाए हैं। सोने की शुद्धता के बारे में जानने के लिए सबसे आसान और सरल तरीका हॉलमार्क है। जिस वजह से हमारा हॉलमार्क के बारे में जानना भी बेहद जरूरी है

Curated By: Abhishek Nandanअपडेटेड Apr 08, 2023 पर 10:49 PM
गोल्ड ज्वेलरी खरीदते वक्त है इसके प्योरिटी की टेंशन, जानें कैसे चेक करें कि कितना असली है आपका सोना
सोने की शुद्धता के बारे में जानने के लिए सबसे आसान और सरल तरीका हॉलमार्क है

सोना या गोल्ड हमेशा से ही भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा रहा है। लगभग हर एक अहम त्योहारों या फिर शादी के सीजन में लोग सोने के गहनों की खरीददारी करते ही हैं। इसके अलावा लोग भविष्य के लिहाज से भी अपने पास सोने को जमा करके रखते हैं। ऐसे में हमारा यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर जो सोना या फिर सोने का जो गहना हम खरीद रहे हैं वो कितना प्योर है। इसके लिए सरकार ने भी कुछ कदम उठाए हैं। सोने की शुद्धता के बारे में जानने के लिए सबसे आसान और सरल तरीका हॉलमार्क है। जिस वजह से हमारा हॉलमार्क के बारे में जानना भी बेहद जरूरी है।

क्या है हॉलमार्क

भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार, हॉलमार्किंग कीमती धातु के सामानों में कीमती धातु की आनुपातिक सामग्री का सटीक निर्धारण और आधिकारिक रिकॉर्डिंग है। हॉलमार्क इस प्रकार भारत में कीमती धातु के सामानों की शुद्धता या सुंदरता की गारंटी के रूप में उपयोग किए जाने वाले आधिकारिक चिह्न हैं। आइये अब इसे आसान भाषा में समझ लेते हैं। दरअसल हॉलमार्किंग वह प्रोसेस है जिसके जरिए सोने का इस तरह की दूसरी कीमती धातुओं की शुद्धता के बारे में पता चलता है। अगर आप जो गहने खरीद रहे हैं वह हॉलमार्क है तो इसका मतलब यह हुआ कि आपके गहने की शुद्धता प्रमाणित है। BIS अधिनियम के मुताबिक सोने या चांदी के गहनों की हॉलमार्किंग अनिवार्य हो गई है। जैसे कि अगर आप हॉलमार्क के मुताबिक 23K सोने का गहना खरीद रहे हैं तो इसका मतब यह हुआ कि 100 ग्राम में लगभग 95 ग्राम प्योर गोल्ड है और बाकी की दूसरी धातुएं इसमें मिली हुई हैं।

भारत में अनिवार्य है सोने और चांदी की हॉलमार्किंग

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