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Gold Price Outlook: सोने ने 2023 में देखी शानदार बढ़त, 2024 में आने को है और बड़ी रैली

आगामी वर्ष के लिए सोने की कीमतों में तेजी लाने वाले प्रमुख कारकों में से एक अमेरिकी फेडरल रिजर्व और भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दर में अपेक्षित कटौती है। एनालिस्ट्स का मानना है कि MCX पर घरेलू कीमतें 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर सकती हैं। आने वाले वर्ष में इक्विटी बाजारों के लिए आशावादी दृष्टिकोण को देखते हुए, एक संतुलित एसेट एलोकेशन स्ट्रैटेजी सही लगती है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jan 01, 2024 पर 4:55 PM
Gold Price Outlook: सोने ने 2023 में देखी शानदार बढ़त, 2024 में आने को है और बड़ी रैली
जब ब्याज दरों में कटौती होती है तो सोने में निवेश बढ़ जाता है।

Gold Price Outlook: साल 2023 में सोने की चमक शानदार रही। गुजरे साल में सोने की कीमतों में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न ​मिला। आर्थिक अनिश्चितताओं और बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच इस 'सेफ-हैवेन' मेटल ने निवेशकों के लिए एक मजबूत संपत्ति के रूप में काम किया। अब 2024 में भी सोने की कीमत बढ़ने का अनुमान है। मौद्रिक नीति में उलटफेर, केंद्रीय बैंकों की ओर से खरीदारी, भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच सुरक्षित ​विकल्प होने की भावना, वे अहम फैक्टर हैं जो सराफा की कीमतों में इजाफा करेंगे। आइए जानते हैं इस बारे में थोड़ी डिटेल में...

आगामी वर्ष के लिए सोने की कीमतों में तेजी लाने वाले प्रमुख कारकों में से एक अमेरिकी फेडरल रिजर्व और भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दर में अपेक्षित कटौती है। ट्रेडबुल्स सिक्योरिटीज के सीनियर कमोडिटी एनालिस्ट भाविक पटेल के अनुसार, चूंकि 2024 मौद्रिक नीति को आसान बनाने का वर्ष होगा, इसलिए COMEX (Commodity Exchange) और डॉमेस्टिक MCX (Multi Commodity Exchange) दोनों में सोने की कीमतें नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच जाएंगी। अतीत में झांकें तो जब भी अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की है, सोने में तेजी आई है। जब ब्याज दरें बढ़ती हैं तो बॉन्ड जैसे अन्य एसेट्स अधिक आकर्षक हो जाते हैं क्योंकि यील्ड बढ़ती है।

केंद्रीय बैंक की ओर से खरीद और भू-राजनीतिक फैक्टर्स

केंद्रीय बैंक, गिरावट की स्थिति में सोना जमा करके सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। चूंकि वैश्विक अनिश्चितताएं निवेशकों को परेशान कर रही हैं, ऐसे में दुनिया भर के केंद्रीय बैंक और व्यापारी निवेश के सुरक्षित विकल्प सराफा को खरीदते हैं। नतीजा कीमतें बढ़ जाती हैं। रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ कमोडिटी विश्लेषक जिगर त्रिवेदी का मानना है कि मौजूदा भूराजनीतिक तनाव अगले साल भी जारी रहेगा, जो सोने की कीमतों के लिए एक सहारे के रूप में काम करेगा।

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