राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के चीफ मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने शुक्रवार को कहा कि देश की जनसंख्या नीति (Population Control Policy) पर एक बार फिर से विचार करने की जरूरत है। RSS के वार्षिक विजयादशमी संबोधन के दौरान भागवत ने पाकिस्तान (Pakistan) पर लोकसभा चुनाव 2024 भी निशाना साधा। उन्होंने भारत को तालिबान (Taliban) से सावधान रहने की भी चेतावनी दी।
RSS चीफ ने ये भी कहा कि देश की स्वाधीनता से स्वतंत्रता की यात्रा अभी पूरी नहीं हुई है। दुनिया में ऐसे कई निहित स्वार्थी तत्व हैं, जिनको भारत की प्रगति लोकसभा चुनाव 2024 से परेशानी हो रही है। हमें इनसे निपटने के लिए मजबूत होना होगा। उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसी संस्कृति के समर्थक नहीं हैं जो लोगों के बीच भेद को बढ़ाती है। बल्कि हम एक ऐसी संस्कृति के समर्थक हैं जो राष्ट्र को एक सूत्र में बांधती है और आपसी प्यार और सद्भावना को बढ़ावा देती है। इसलिए हमको जन्म दिन और दूसरे पर्वों और समारोहों को मिलजुलकर मनाना चाहिए।
लोकसभा चुनाव उन्होंने ये भी कहा क देश का विभाजन देश के लिए एक बेहद दुखद घटना है। जिसकी चुभन अभी तक हमारे मन बनी हुई है। लेकिन यह इतिहास की एक सच्चाई है, जिसे हमें स्वीकार करना होगा। हमारी नई पीढ़ी को अपने इतिहास लोकसभा चुनाव 2024 की जानकारी होनी चाहिए और उसको ये भी जानकारी होनी चाहिए कि वो कौन से कारण थे, जिनके कारण देश का विभाजन हुआ। हमें इस बात पर भी ध्यान रखना होगा कि इस तरह की विभाजनकारी प्रवृत्तियां फिर से सर ना उठा सकें।
तालिबान बदल गया हो, लेकिन पाकिस्तान नहीं
RSS प्रमुख ने पाकिस्तान और तालिबान पर बोलते हुए कहा, "कुछ कहते हैं कि तालिबान अब सुधर गया है, कुछ कहते हैं कि यह वही पुराना है। हमें सावधान और सतर्क रहना चाहिए। तालिबान भले ही बदल गया हो, लेकिन पाकिस्तान नहीं बदला है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम तालिबान के इतिहास को जानते हैं ... चीन और पाकिस्तान आज तक इसका समर्थन करते हैं... भले ही तालिबान बदल गया, लेकिन पाकिस्तान नहीं... क्या भारत के प्रति चीन के इरादे बदल गए हैं? हमारी सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है।"
गौरतलब है कि विजय दशमी के अवसर पर संघ लोकसभा चुनाव 2024 प्रमुख का संबोधन RSS के लिए काफी अहम होता है। इस संबोधन के दौरान भविष्य की योजनाएं और विजन सामने रखा जाता है। इस संबोधन में RSS राष्ट्रीय महत्व पर मुद्दों पर अपनी बात रखता है।