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क्रिप्टो में निवेश करने वालों को ITR भरते समय इन बातों का रखना होगा ध्यान

अगर आपने क्रिप्टो करेंसी से जुड़े सौदे किए हैं, तो न सिर्फ आपको फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के दौरान इससे हासिल लाभ या इनकम का ब्यौरा देना होगा, बल्कि अलग VDA (वर्चुअल डिजिटल डिसक्लोजर) शेड्यूल के जरिये अपने ट्रेड का विस्तार से डिसक्लोजर भी देना होगा।

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 24, 2023 पर 9:34 PM
क्रिप्टो में निवेश करने वालों को ITR भरते समय इन बातों का रखना होगा ध्यान
टैक्स को लेकर गाइडलाइंस तय किए जाने से क्रिप्टो मार्केट को लेकर भरोसा भी बढ़ा है।

बजट 2022 ने भारत में तेजी से बढ़ते क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) मार्केट को बड़ा झटका दिया। दरअसल, सरकार ने इस बजट में ऐसे सौदों से हासिल इनकम पर 30 पर्सेंट टैक्स लगाने का ऐलान किया था। साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को ऐसे सौदों पर 1 पर्सेंट टीडीएस (TDS) काटने के भी निर्देश दिए गए थे।

नतीजतन, टैक्सपेयर्स के लिए कंप्लायंस का झंझट बढ़ गया। अगर आपने क्रिप्टो करेंसी से जुड़े सौदे किए हैं, तो न सिर्फ आपको फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के दौरान इससे हासिल लाभ या इनकम का ब्यौरा देना होगा, बल्कि अलग VDA (वर्चुअल डिजिटल डिसक्लोजर) शेड्यूल के जरिये अपने ट्रेड का विस्तार से डिसक्लोजर भी देना होगा।

कॉइनस्विच (CoinSwitch) के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और को-फाउंडर विमल सागर तिवारी ने बताया, 'साल 2022 के मध्य से ग्लोबल लेवल पर क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग में गिरावट दिख रही है। हालांकि, 1 जुलाई 2022 से भारत में टीडीएस सिस्टम लागू होने की वजह से गिरावट तेज हो गई है। हमें ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। '

डिजिटल एसेट एक्सचेंज बाययूकॉइन (BuyUcoin) के CEO शिवम ठुकराल ने बताया, 'हमें ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। ज्यादातर निवेशकों ने स्टेबलकॉइंस के साथ अपने निवेश की हेजिंग कर रखी है और फिलहाल इंतजार करने के मूड में नजर आ रहे हैं।' हालांकि, सरकार की सख्ती का सकारात्मक असर भी देखने को मिला है। ठुकराल ने कहा, 'इस वजह से क्रिप्टोकरेंसी में संस्थागत निवेश बढ़ा है, क्योंकि टैक्स को लेकर गाइडलाइंस तय किए जाने से क्रिप्टो मार्केट को लेकर भरोसा बढ़ा है।'

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