Get App

Cash Transaction: भूलकर भी न करें ऐसे कैश ट्रांजैक्शन, वरना इनकम टैक्स के रडार में आ जाएंगे

Cash Transaction: इन दिनों डिजिटल का जमाना है। कैश के लिए सरकार की ओर से कई तरह के नियम तय किए गए हैं। लिहाजा कैश में लेने को बेहद कम रखें। ऐसे में सेविंग अकाउंट में अगर 10 लाख से ऊपर हैं तो फौरन इनकम टैक्स की नजर में आ जाएंगे। हाई वैल्यू का टांजैक्शन करने पर जी का जंजाल बन सकता है

Jitendra Singhअपडेटेड Feb 27, 2024 पर 3:54 PM
Cash Transaction: भूलकर भी न करें ऐसे कैश ट्रांजैक्शन, वरना इनकम टैक्स के रडार में आ जाएंगे
Cash Transaction: कोई भी ट्रांजैक्शन वह चाहें ऑफलाइन हो या ऑनलाइन एक लिमिट से अधिक करने पर इनकम टैक्स वाले घर पर नोटिस भेज देते हैं।

Cash Transaction: देश में डिजिटल पेमेंट तेजी से बढ़ रहा है। अगर ये कहा जाए ये इस समय डिजिटल पेमेंट का ही जमाना है तो ये गलत नहीं होगा। डिजिटल पेमेंट ने न सिर्फ लेन-देन को आसान किया है, बल्कि यह ट्रांजैक्शन के मामले में बेहद सुरक्षित भी है। देश की एक आबादी का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल ट्रांजैक्शन की ओर शिफ्ट हो चुका है या हो रहा है। इस बीच बहुत से लोग आज कैश ट्रांजैक्शन को बेहतर मानते हैं। लेकिन अगर आप हाई वैल्यू में कैश ट्रांजैक्शन करते हैं तो इनकम टैक्स के लपेटे में आ सकते हैं।

ऐसे ही आज हम आपको 5 हाई- वैल्यू कैश ट्रांजैक्सन के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन पर इनकम टैक्स विभाग की नजर हमेशा रहती है। इन कैश ट्रांसैक्शन में अगर कोई गलती हुई तो इनकम टैक्स विभाग आपको नोटिस थमा सकता है।

क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट

क्रेडिट कार्ड का बिल अगर एक लाख रुपये से ज्यादा है। इसे आपने कैश में पेमेंट कर दिया है तो बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। ऐसी स्थिति में इनकम टैक्स आपसे पूछताछ कर सकता है। ये पैसे कहां से आए, इस बारे में सोर्स बताना पड़ सकता है। इसी तरह अगर किसी भी वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से ज्यादा का कैश या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया तो भी बड़ी मुसीबत मोल ले सकते हैं। इनकम टैक्स की ओर से सवाल पूछा जा सकता है कि इतनी बड़ी रकम कहां से लेकर आए हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें