सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है। RBI सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। आरबीआई गवर्नमेंट बॉन्ड्स भी जारी करता है। वह स्मॉल-सेविंग्स स्कीम का भी प्रबंधन करता है। इन इंस्ट्रूमेंट्स से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल सरकार के बजट घाटे को पूरा करने के लिए किया जाता है। RBI सरकार की तरफ से निवेशकों को एसजीबी इश्यू करता है। एसजीबी का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल है। लेकिन, पांच साल बाद इसमें से पैसे निकाले जा सकते हैं। इनवेस्टर को 8 साल में गोल्ड की कीमतों में हुए इजाफे का फायदा मिलता है। साथ ही सालाना 2.5 फीसदी का इंटरेस्ट भी मिलता है।
