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पवई प्रोजेक्ट लॉन्च करने के बाद हीरानंदानी ग्रुप ने 1,100 करोड़ रुपये में बेचे 150 फ्लैट्स

Hiranandani Group को अपने 3 और 4 बीएचके अपार्टमेंट प्रोजेक्ट्स के लिए 1,100 करोड़ रुपये की बुकिंग हासिल हुई है। कंपनी ने एक हफ्ते पहले सेंट्रल मुंबई के उपनगरीय इलाके पवई में 3 और 4 बीएचके अपार्टमेंट के तीन टावर लॉन्च किए थे। ग्रुप की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, कंपनी ने इस लग्जरी होम प्रोजेक्ट पर 2,000 करोड़ निवेश करने का फैसला किया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 16, 2023 पर 6:44 PM
पवई प्रोजेक्ट लॉन्च करने के बाद हीरानंदानी ग्रुप ने 1,100 करोड़ रुपये में बेचे 150 फ्लैट्स
ये फ्लैट्स 3 और 4 बीएचके वाले हैं और इनका औसत साइज क्रमशः 1,100 वर्ग फुट और 1,600 वर्ग फुट है।

हीरानंदानी ग्रुप (Hiranandani Group) को अपने 3 और 4 बीएचके अपार्टमेंट प्रोजेक्ट्स के लिए 1,100 करोड़ रुपये की बुकिंग हासिल हुई है। कंपनी ने एक हफ्ते पहले सेंट्रल मुंबई के उपनगरीय इलाके पवई में 3 और 4 बीएचके अपार्टमेंट के तीन टावर लॉन्च किए थे। ग्रुप की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, कंपनी ने इस लग्जरी होम प्रोजेक्ट पर 2,000 करोड़ निवेश करने का फैसला किया है। रियल एस्टेट (रेगुलेशन और डिवेलपमेंट) एक्ट, 2016 के तहत इन प्रोजेक्ट्स को 2026 तक पूरा किया जाना है।

कंपनी के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट का नाम एंप्रेस हिल्स कॉम्प्लेक्स (Empress Hills Complex) है, जो हीरानंदानी गार्डन्स (Hiranandani Gardens) टाउनशिप का हिस्सा है। इस प्रोजेक्ट का कुल एरिया 3.3 लाख वर्ग फुट है। इस प्रोजेक्ट के तहत 330 यूनिट्स की बिक्री की जानी है, जिनमें 250 यूनिट्स की बिक्री शुरू हो चुकी है। महज एक हफ्ते में कंपनी ने 150 यूनिट्स की बिक्री कर ली है। बाकी यूनिट्स की बिक्री बाद में की जा सकती है। दरअसल, आम तौर पर रियल एस्टेट डिवेलपर्स किसी प्रोजेक्ट में कुछ यूनिट्स की बिक्री बाद में करते हैं, ताकि उन्हें प्रीमियम पर बेचा जा सके।

प्राइस रेंज और साइज

ये फ्लैट्स 3 और 4 बीएचके वाले हैं और इनका औसत साइज क्रमशः 1,100 वर्ग फुट और 1,600 वर्ग फुट है। इन अपार्टमेंट्स की कीमत 6 करोड़ रुपये से 10 करोड़ रुपये के बीच है। हीरानंदानी ग्रुप के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर निरंजन हीरानंदानी ने बताया, 'कोरोना के बाद पैदा हुई परिस्थितियों और मौजूद माहौल में घरों की मांग बढ़ गई है। खर्च करने योग्य इनकम में बढ़ोतरी, आय के वैकल्पिक साधन बढ़ने, रोजगार की बेहतर संभावनाएं, आकर्षक कैपिटल मार्केट से बेहतर घरों की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिली है।'

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