रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए जिन इनवेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट्स का इस्तेमाल होता है उनमें पीपीएफ (PPF) सबसे ऊपर है। यह सरकार की स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स का हिस्सा है। सरकार की स्कीम होने की वजह से इस पर लोग बहुत भरोसा करते हैं। लंबी अवधि में निवेश करने पर इस स्कीम की मदद से अच्छा फंड तैयार हो जाता है, जिसका इस्तेमाल रिटायरमेंट के बाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है। EPF यानी एंप्लॉयी प्रोविडेंट फंड भी लंबी अवधि के निवेश का माध्यम है। दोनों में से किसमें निवेश ज्यादा फायदेमंद है? आपको किसमें निवेश करना चाहिए? क्या दोनों में एक साथ निवेश किया जा सकता है? आइए इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं।