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PM Kisan Yojana: इस राज्य में मुर्दे और सरकारी कर्मचारी ले गए करोडों रुपये, CAG की रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

PM Kisan Yojana: पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6000 रुपये दिए जाते हैं। इस योजना में शामिल होने के लिए नियम और शर्तें तय की गई हैं। लेकिन नागालैंड में सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं हैं। CAG की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा है कि मार्च 2018 से 2021 के बीच 2053 अयोग्य लोगों ने फायदा उठाया। इसमें 2.36 करोड़ रुपये दिए गए

Jitendra Singhअपडेटेड Sep 18, 2023 पर 3:56 PM
PM Kisan Yojana: इस राज्य में मुर्दे और सरकारी कर्मचारी ले गए करोडों रुपये, CAG की रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
PM Kisan Yojana: पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर किश्त में 2000 रुपये दिए जाते हैं

PM Kisan Yojana: देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। बहुत से ऐसे किसान हैं जिन्हें फसल का नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएं चलाती है। इसी तरह की एक योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) है। इस योजना में नागालैंड में एक बड़ी धांधली सामने आई है। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General of India -CAG) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नागालैंड में कई अयोग्य लोगों ने पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा उठाया है।

कैग का कहना है कि राज्य सरकार ने भले ही लक्ष्य हासिल कर लिया हो, लेकिन इसमें कई खामियां पाई गई हैं। कैग का कहना है कि 200 से अधिक अयोग्य लोगों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का फायदा मिला है। कैग की इस रिपोर्ट को हाल ही मानसून सत्र में राज्य के विधान सभा में पेश किया गया था।

सरकारी कर्मचारी, रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी और मृतकों को मिला फायदा

कैग की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा कई अयोग्य लोग उठा रहे हैं। इनमें मृतक, सरकारी कर्मचारी और रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं। दिसंबर 2018 से 2021 के दौरान कैग ने जो ऑडिट रिपोर्ट पेश की है। उसके मुताबिक, राज्य में 662 सरकारी कर्मचारी, 82 रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों समेत 2053 अयोग्य लोगों ने फायदा उठाया है। इसमें 2.36 करोड़ रुपये दिए गए। कैग का कहना है कि मृतकों को भी पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा मिला है। 108 निष्क्रिय लाभार्थी (inactive beneficiaries) थे, जिन्हें इस योजना का फायदा मिला है। कैग का कहना है कि इसमें 86 लोगों की मौत हो चुकी है। बाकी लोगों के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।

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