Business Idea: देश में अब विदेशी सब्जियों, फलों डिमांड बढ़ने लगी है। ऐसे में किसान भी अब पारंपरिक खेती छोड़कर नई-नई फसलें उगा रहे हैं। इनमें से कुछ ऐसे फल भी हैं जो मूल रूप से भारत में नहीं होते, लेकिन डिमांड काफी है। ऐसे ही एक फल है कीवी है। यह मूलरूप रूप से चीन का फल है। इसे चीनी करौदा भी कहा जाता है। भारत में भी अब कीवी का उत्पादन बढ़ने लगा है। नागालैंड में कीवी की सबसे ज्यादा बागवानी होती है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने नागालैंड को कीवी स्टेट का दर्जा दिलाने में मदद शुरु कर दी है।
हालांकि नॉर्थ-ईस्ट (North-East) के दूसरे राज्यों में कीवी की फसल काफी होने लगी है। लेकिन नागालैंड के मुकाबले में अभी वो बहुत पीछे हैं। कारोबारी बताते हैं कि एक हेक्टेयर बगीचे से 24 लाख के आमदनी हो सकती है। वहीं सेब के एक हेक्टेयर में बगीचा लगाने से मात्र 8.9 लाख कमाए जा सकते हैं। जबकि सब्जी उत्पादन जिनमें खासतौर से टमाटर से मात्र 2 से 2.5 लाख तक की ही आमदनी की जा सकती है।
नागालैंड को मिले कीवी स्टेट का दर्जा
ज्यादा तापमान वाले क्षेत्रों में कीवी की खेती करना संभव नहीं है। जहाँ ज्यादातार ठंडा मौसम रहता है वहीँ पर इस फल की खेती की जाती है। जहां सामान्यतः तापमान 30 डिग्री से ऊपर नहीं जाता। वहां कीवी की खेती (Kiwi Cultivation) की जा सकती है। देश के पहाड़ी और ठंडी जलवायु वाले राज्य में किसान इसकी खेती कर रहे हैं। बता दें कि कीवी जैसे विदेशी फल का उत्पादन करने की दिशा में नागालैंड और अन्य उत्तर-पूर्वी राज्य बेहतर भूमिका निभा रहे हैं। कीवी उत्पादन से यहां के किसानों की आय बढ़ने के साथ ही बागवानी के क्षेत्र में भी विस्तार हुआ है। राज्य की अर्थ व्यवस्था को भी बढ़ावा मिला है। ऐसे में नागालैंड को 'कीवी स्टेट' का दर्जा मिलने की मांग की जा रही है।
कीवी में विटामिन सी, संतरे से 5 गुना ज्यादा होता है। इसके अंदर 20 से भी ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं। कीवी फ्रूट में विटामिंस और पोटेशियम, कॉपर, फाइबर भी बड़ी मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में इसे सुपर फ्रूट भी कहा जाता है। करीब 70 ग्राम फ्रेश कीवी फ्रूट में विटामिन सी 50 फीसदी, विटामिन K एक फीसदी, कैल्शियम 10 फीसदी, फाइबर 8 फीसदी, विटामिन E 60 फीसदी, पोटैशियम 6 फीसदी पाया जाता है। इसमें पाया जाने वाला एंटी ऑक्सीडेंट शरीर को रोगों से बचाने का काम करता है। यह शरीर में शरीर की रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाता है।