Pakistan Coalition Government: पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए आखिरकार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (Pakistan People's Party - PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (Pakistan Muslim League-Nawaz -PML-N) के बीच समझौता हो गया है। ऐसे में अब पाकिस्तान में नई सरकार बनने के लिए रास्ता लगभग साफ हो गया है। इन दोनों पार्टियों के बीच कई दिनों से बातचीत चल रही थी। नए समझौते के तहत नवाज शरीफ की पार्टी के शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाया जाएगा। वहीं बिलावल के पिता आसिफ अली जरदारी एक बार फिर से राष्ट्रपति बनेंगे। इस बात की घोषणा दोनों पार्टियों की संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस में दी गई है।
PPP के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि PML-N की तरफ से शहबाज शरीफ (72 साल) एक बार प्रधानमंत्री बनेंगे। दोनों ही पार्टियां अलांयस की सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। बिलावल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, PPP और PML-N ने जरूरी संख्याबल हासिल कर लिया है। अब हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं।
इमरान खान नहीं जुटा पाए बहुमत
बिलावल ने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के समर्थक उम्मीदवार और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (SIC) बहुमत जुटाने के लिए जरूरी आंकड़ा नहीं हासिल कर पाई। बिलावल ने उम्मीद जताई कि गठबंधन सरकार बनाने के लिए PML-N के साथ राजनीतिक गठबंधन की खबर से बाजार में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी। फिलहाल, पाकिस्तान मौजूदा समय में नकदी के संकट से जूझ रहा है। पाकिस्तान में चुनाव के 12 दिन बीत चुके थे। लेकिन सरकार के गठन को लेकर कोई तारीख निश्चित नहीं हो पाई थी। इस दौरान इमरान खान के समर्थकों ने चुनाव में धांधली को लेकर पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन भी किया।
जानिए पाकिस्तान में किस पार्टी की कितनी हैं सीटें
निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव में 93 नेशनल असेंबली सीटें जीतीं हैं। इन निर्दलीयों में से अधिकतर पीटीआई के समर्थक हैं। पीएमएल-एन ने 75 सीटें जीतीं हैं। जबकि पीपीपी 54 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) भी अपनी 17 सीटों के साथ उनका समर्थन करने पर सहमत हो गया है।
बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 266 सीटें हैं। 265 सीटों के नतीजे जारी हुए थे। सरकार बनाने के लिए 133 सीटें होना जरूरी है। देश में 8 फरवरी को आम चुनाव हुए थे। सबसे ज्यादा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थन वाले निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी।