डीमर्जर की प्रक्रिया पूरी होने में 12-15 महीनों का समय लग सकता है। इधर, वेदांता रिसोर्सेज के लोन 2024 में दो किस्तों में मैच्योर हो रहे हैं। इनकी वैल्यू करीब 2 अरब डॉलर है। वेदांता ने कहा है कि वह अपने पांच बिजनेसेज को डीमर्ज करेगा। इनमें अल्युमीनियम, ऑयल एंड गैस, बेस मेटल्स, फेरस और पावर बिजनेसेज शामिल हैं। छठी कंपनी खुद Vedanta है, जिसकी हिस्सेदारी Hindustan Zinc में बनी रहेगी। यह सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले जैसे नए बिजनेसेज में निवेश भी करेगी