PHOTOS: फ्रांस में क्यों हो रहा देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन? लाखों लोग सड़कों पर उतरे, मैक्रों ने अपनी ही सरकार को खतरे में डाला

France Pension Protests: फ्रांस में सरकार विरोधी देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शन के चलते राजधानी पेरिस (Paris) की सड़कों पर जगह-जगह आगजनी और पथराव, नारेबाजी देखने को मिल रही है। दरअसल, फ्रांसीसी सरकार के एक फैसले की वजह से यह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने रिटायरमेंट की उम्र 62 साल से बढ़ाकर 64 साल कर दी है। सरकार का तर्क है कि फ्रांस के पेंशन सिस्टम को कंगाल होने से बचाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।

Curated By: Akhilesh
अपडेटेड Mar 17, 2023 पर 19:22
PHOTOS: फ्रांस में क्यों हो रहा देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन? लाखों लोग सड़कों पर उतरे, मैक्रों ने अपनी ही सरकार को खतरे में डाला

France Pension Protests: खबरों की मानें तो राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न (Elisabeth Borne) को विशेष संवैधानिक शक्ति का उपयोग करने का आदेश दिया है। उनके इस आदेश के बाद संसद को रिटायरमेंट की आयु 62 से बढ़ाकर 64 करने के अति विवादित विधेयक को बिना मतदान के मंजूरी देने के लिए विवश होना पड़ सकता है।

France Pension Protests: दरअसल इस विधेयक को संसद में मतदान अन्यथा राष्ट्रपति की विशेष शक्तियों के माध्यम से कानूनी रूप दिया जा सकता है। ऐसे में संसदीय मतदान में बहुमत नहीं मिलने की आशंका के बीच मैक्रों ने अपनी शक्तियों के इस्तेमाल का फैसला लिया।

France Pension Protests: गुरुवार को फ्रांस के निचले सदन में विधेयक पर प्रस्तावित मतदान से कुछ मिनट पहले राष्ट्रपति कार्यालय ‘एलिसी’ में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मैक्रों ने विशेष शक्ति के इस्तेमाल का आदेश दिया। इसके बाद प्रधानंत्री बोर्न ने निचले सदन में कहा कि आज, अनिश्चितता छाई हुई है। हम अपनी पेंशन दांव पर नहीं लगा सकते है। यह सुधार आवश्यक हैं।

France Pension Protests: प्रधानमंत्री बोर्न ने कहा कि उनकी सरकार संसद के प्रति जवाबदेह है। और सांसद चाहें तो अविश्वास प्रस्ताव पेश कर इन बदलावों को रोक सकते हैं। अगले सप्ताह की शुरुआत में इस मामले पर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। इसे निचले सदन में बहुमत से पारित कराने की आवश्यकता होगी।

France Pension Protests: यदि अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो 1962 के बाद पारित होने वाले यह पहला प्रस्ताव होगा और सरकार को इस्तीफा देना पड़ेगा। यदि अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं होता है तो पेंशन विधेयक को पारित माना जाएगा।

France Pension Protests: संसद के उच्च सदन सीनेट ने गुरुवार को इस विधेयक को मंजूरी दे दी थी। इसके पक्ष में 193 जबकि विरोध में 114 वोट पड़े। इसकी उम्मीद पहले से ही की जा रही थी क्योंकि बदलावों का समर्थन कर रही कंजरवेटिव पार्टी को उच्च सदन में बहुमत हासिल है।

France Pension Protests: एक तरफ जहां, सफाई कर्मचारी अपनी हड़ताल जारी रखे हुए हैं, वहीं, छात्र भी इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं। विधेयक के विरोधी सरकार पर इससे पीछे हटने का दबाव डाल रहे हैं। बुधवार को देश भर में लगभग 5,00,000 लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया था।

France Pension Protests: राष्ट्रपति मैक्रों रिटायरमेंट की आयु बढ़ाने पक्ष में हैं। मैक्रों फ्रांस की अर्थव्यवस्था को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के अपने दृष्टिकोण के मद्देनजर पेंशन बदलावों वाले इस विधेयक को आगे बढ़ाना चाहते हैं। दूसरी ओर वामपंथी और दक्षिणपंथी सांसद इसका विरोध कर रहे हैं, जबकि कजंरवेटिव सांसद इसे लेकर बंटे हुए हैं।

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