प्राण प्रतिष्ठा के मुख्या कार्यक्रम से पहले अनुष्ठान का शुभारंभ आज यानी 16 जनवरी से आरंभ हो गया है। रामलला के विग्रह के अधिवास के अनुष्ठान से पहले प्रायश्चित पूजा रखी गई। सुबह करीब 09:30 बजे से ये पूजा शुरू हुई जो करीब 5 घंटे तक चली।
इस खास अनुष्ठान के लिए गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी धूपबत्ती भरतपुर से होते हुए किरावली लाई गई। इस धूपबत्ती को देखने के लिए सैंकड़ों लोग सड़कों पर जमा हो गए और जय श्री राम के नारे लगाने लगे।
ये धूपबत्ती 6 महीने में वडोदरा में बनकर तैयार हुई है। इसमें तरह-तरह की जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया गया है। ये धूपबत्ती लगभग डेढ़ महीने तक चलेगी और 50 किमी तक अपनी खुशबू बिखेरेगी।
इस धूप अगरबत्ती का वजन 3610 किलो है और लंबाई 108 फुट और चौड़ाई तीन फुट तक है। धूपबत्ती का स्वागत लोगों ने फूलों की बारिश के साथ किया।
इस धूप को बनाने के लिए देसी गाय के गोबर, देसी गाय के घी, धूप और तरह-तरह की जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया गया है। इसे गुजरात निवासी बिहाभरबाड़ ने कड़ी मेहनत और लगन से तैयार किया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास महाराज की मौजूदगी में इस अगरबत्ती को आज प्रज्वलित किया गया।