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Padma Awards 2022: कॉर्पोरेट जगत के इन दिग्गजों को मिला देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, तस्वीरों के जरिए जानें सबका योगदान

गणतंत्र दिवस समारोह से पहले, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 25 जनवरी को पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की। इसमें भारत बायोटेक (कोरोनावायरस वैक्सीन Covaxin के निर्माता) के अध्यक्ष कृष्णा एला और उनकी पत्नी और फर्म की कोफाउंडर सुचित्रा एला को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, सीरम इंस्टीट्यूट के साइरस पूनावाला को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। यहां जानें कॉर्पोरेट जगत के किन दिग्गजों मिला इस साल पद्म पुरस्कार।

अपडेटेड Jan 26, 2022 पर 12:37
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कॉर्पोरेट जगत के इन दिग्गजों को मिला देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

भारत बायोटेक के अध्यक्ष कृष्णा एला और उनकी पत्नी और फर्म की कोफाउंडर सुचित्रा एला को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर नागरिक पुरस्कारों के लिए नामित किया गया था। कृष्णा एला और सुचित्रा एला को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण मिलेगा। डॉ कृष्णा एला का जन्म 1969 में तमिलनाडु में एक तेलुगु भाषी किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 1996 में हैदराबाद में एक छोटी सी लैब की स्थापना की और इसका नाम भारत बायोटेक रखा। वर्तमान में भारत बायोटेक देश और दुनिया में अपनी मेडिकल रिसर्च के लिए जानी जाती है। दूसरी ओर, उनकी पत्नी और भारत बायोटेक की जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, सुचित्रा एला भारत बायोटेक में समर्थन और मार्गदर्शन का एक मजबूत स्तंभ हैं। वह कंपनी में ऑपरेशंस की एक विस्तृत श्रृंखला की देखरेख करती है और उन्हें ग्राहक संचालन, फाइनेंस, मार्केटिंग और बिजनेस डेवलपमेंट का अच्छा-खासा अनुभव है।

पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के फाउंडर साइरस पूनावाला को देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 1941 में एक पारसी परिवार में जन्मे, साइरस एस पूनावाला एक अरबपति बिजनेसमैन और साइरस पूनावाला ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी शामिल है। वर्तमान में उनके बेट अदार पूनावाला SII के CEO हैं। 2021 में, साइरस को Fortunes’ India rich list में 19 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ 5वें स्थान पर रखा गया था। उन्होंने 1966 में SII की स्थापना की और इसे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता (खुराक के हिसाब से) बनाया।

टाटा संस में बोर्ड के अध्यक्ष नटराजन चंद्रशेखरन इस साल के 17 पद्म भूषण पुरस्कार विजेताओं में से एक हैं। सरकार ने घोषणा की है कि चंद्रशेखरन को बिजनेस और ट्रेड केटैगरी में तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार मिला है। मैराथन मैन के नाम से मशहूर चंद्रशेखरन 1987 में टाटा कंसल्टेंसी ग्रुप में एक इंटर्न के रूप में शामिल हुए, और वहां से 30 सालों की मेहनत की बाद बिजनेस ग्रुप में शीर्ष पद हासिल किया। उनकी देखरेख में, टाटा समूह ने पूर्व नेशनल कैरियर एयर इंडिया का अधिग्रहण करके एविएशन सेक्टर में दोबारा एंट्री की है। हालांकि, टाटा ग्रुप में अपने कार्यकाल के दौरान चंद्रशेखरन ने कई उपलब्धियों को हासिल किया है।

सत्य नारायण नडेला का जन्म 19 अगस्त 1967 को हुआ, एक भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेस एक्जीक्यूटिव हैं। वह माइक्रोसॉफ्ट के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन और CEO हैं। सीईओ बनने से पहले, वह माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड और एंटरप्राइज ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष थे, जो कंपनी के कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म के बिल्डिंग और रनिंग की देखरेख करते थे। नडेला का जन्म वर्तमान तेलंगाना, भारत के हैदराबाद में एक तेलुगु भाषी हिंदू परिवार में हुआ था। उनकी मां प्रभावती एक संस्कृत की लेक्चरर थीं और उनके पिता, बुक्कापुरम नडेला युगंधर, 1962 बैच के एक IAS के अधिकारी थे। 1992 में माइक्रोसॉफ्ट में शामिल होने से पहले नडेला ने सन माइक्रोसिस्टम्स में अपने टेक्निकल स्टाफ के सदस्य के रूप में काम किया।

अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। पिचाई सुंदरराजन का जन्म 10 जून 1972 को हुआ था, जिन्हें सुंदर पिचाई के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेस एक्जीक्यूटिव हैं। वह Alphabet Inc. और इसकी सहायक कंपनी Google के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं। भारत के मद्रास में जन्मे पिचाई ने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में IIT खड़गपुर से डिग्री हासिल की। अमेरिका में जाकर, उन्होंने एम.एस. मटेरियल साइंस और इंजीनियरिंग में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से और आगे पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल से MBA किया, जहां उन्हें क्रमशः सीबेल स्कॉलर और पामर स्कॉलर नामित किया गया। पिचाई ने अपने करियर की शुरुआत मैटेरियल इंजीनियर के तौर पर की थी। प्रबंधन परामर्श फर्म मैकिन्से एंड कंपनी में एक छोटे से कार्यकाल के बाद, पिचाई 2004 में Google में शामिल हो गए।

देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री निटवेअर कंपनी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन प्रह्लाद राय अग्रवाल को दिया जाएगा। उन्होंने कलकत्ता यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। वह कोलंबिया गणराज्य के मानद कौंसल भी हैं। रूपा कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, वह कंपनी को रणनीतिक दिशा देते हैं और कंपनी की स्थापना और विकास के पीछे प्रेरक शक्ति हैं। उन्हें कपड़ा उद्योग में 40 से ज्यादा सालों का अनुभव है। वेबसाइट पर बताया गया कि वे 6 फरवरी 1985 से बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य हैं। अग्रवाल को एशिया रिटेल कांग्रेस, 2011 की तरफ से आयोजित रिटेल एक्सीलेंस के लिए 7वें रीड एंड टेलर पुरस्कारों में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद् जगजीत सिंह दर्दी (चारदीकला के एडिटर इन चीफ, और श्री गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल और चारदिलकला टाइम टीवी के चेयरमैन) को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। दर्दी को राष्ट्रीय एकता, सांप्रदायिक सद्भाव, मीडिया के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान, शिक्षा और पंजाबी भाषा, संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने में उनकी समर्पित सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने अपनी किशोरावस्था में पंजाबी भाषी राज्य के निर्माण के लिए अपना करियर शुरू किया। 22 जून, 1960 को पंजाबी सूबा आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें 12 साल की उम्र में दुखनिवारन साहिब से गिरफ्तार कर लिया गया। दर्दी के पास 62 साल का लंबा अनुभव है और उन्होंने मीडिया के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवा की है और 1997-98 में लोकसभा की प्रेस/मीडिया सलाहकार समितियों और 2014 में राज्यसभा के सदस्य बने।

गुजरात के सूरत शहर के प्रसिद्ध हीरा व्यवसायी सावजी ढोलकिया का नाम गृह मंत्रालय की तरफ से जारी 2022 के पद्म पुरस्कारों की लिस्ट में भी शामिल है। बिजनेसमैन को साल 2022 के लिए पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। ढोलकिया अपने कर्मचारियों को हर साल भारी भरकम बोनस और उपहार देकर उन पर करोड़ों रुपए खर्च करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करीब 600 कर्मचारियों को कारें गिफ्ट की हैं। सावजीभाई ढोलकिया को सूरत और सौराष्ट्र में सावजिकाका के नाम से भी जाने जाते हैं और वह अमरेली जिले के दुधला गांव के रहने वाले हैं। ढोलकिया ने 13 साल की उम्र में स्कूल छोड़, 1977 में वह अपनी जेब में 12.5 रुपए लेकर सूरत आए थे। 2014 में, उनकी कंपनी ने 400 करोड़ रुपए का कारोबार दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 104% ज्यादा है।