कोटक महिंद्रा AMC के मैनेजिंग डायरेक्टर, नीलेश शाह का मानना है कि जब फंड अधिक होने के साथ सेंटीमेंट और फंडामेंटल ठीक होते हैं तो मार्केट आशंकाओं की परवाह नहीं करता। उन्होंने बताया कि देश में रिटेल और इनवेस्टर्स के साथ ही इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और विदेशी इनवेस्टर्स की ओर से स्टॉक मार्केट में खरीदारी की जा रही है।
उनका कहना था कि मार्केट में हो रही बिकवाली में प्रमोटर्स की बड़ी हिस्सेदारी है।
नीलेश ने कहा कि इकोनॉमी में रिकवरी हो रही है और ग्रोथ रेट्स बढ़ रहे हैं। उनका कहना था कि कंपनियों के रिजल्ट अच्छे रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद पहली तिमाही के रिजल्ट इनवेस्टर्स के अनुमान के अनुसार या उससे अच्छे थे।
मार्केट में गिरावट आने की आशंका पर उनका कहना था कि गिरावट आएगी लेकिन यह बड़ा झटका देने वाली नहीं होगी। उन्होंने बताया कि कॉरपोरेट प्रॉफिटेबिलिटी लगभग 10 वर्ष की गिरावट के बाद बढ़नी शुरू हो गई है।
इकोनॉमिक ग्रोथ घटने के बावजूद कॉरपोरेट प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ी है।
कोरोना के मामले घटने से भी इकोनॉमिक रिकवरी तेज हुई है। वैक्सीनेशन को लेकर भी संकेत अच्छे हैं।
इंटरेस्ट रेट्स कम होने से फंड का फ्लो मजबूत बना हुआ है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लेकर नीलेश ने कहा कि ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज जैसी मजबूरियों के कारण इसकी जरूरत है।