Rashi Peripherals IPO Listing: देश में ग्लोबल टेक्नोलॉजी ब्रॉन्ड डिस्ट्रीब्यूट करने वाली राशि पेरिफेरल्स (Rashi Peripherals) के शेयरों की आज ढहते मार्केट में फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 62 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 311 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 335 रुपये और NSE पर 339.50 रुपये के भाव पर एंट्री हुई यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 8 फीसदी लिस्टिंग गेन (Rashi Peripherals Listing Gain) मिला। हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयर फिसल गए। इसके बाद मार्केट में रिकवरी तो हुई लेकिन इसके शेयर नहीं संभल पाए। दिन के आखिरी में BSE पर यह 320.55 रुपये (Rashi Peripherals Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि पहले दिन आईपीओ निवेशक सिर्फ 3 फीसदी मुनाफे में ही हैं।
Rashi Peripherals IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
राशि पेरिफेरल्स का 600 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 फरवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 62.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 151.45 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 66.15 गुना और खुदरा निवेशकों का आरक्षित हिस्सा 11.01 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,92,92,604 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल मैनुफैक्चरिंग यूनिट लगाने, कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
राशि पेरिफेरल्स भारत में ग्लोबल टेक्नोलॉजी ब्रांड डिस्ट्रीब्यूट करती है। यह प्री-सेल्स, टेक्निकल सपोर्ट, मार्केटिंग सर्विसेज, क्रेडिट सॉल्यूशंस और वारंटी मैनेजमेंट सर्विसेज जैसी वैल्यू-एडेड सर्विसेज ऑफर करती है। इसके क्लाइंट्स एसुस ग्लोबल, डेल इंटरनेशनल सर्विसेज इंडिया, एचपी इंडिया सेल्स, लेनोवो इंडिया, इंटेल अमेरिकाज, वेस्टर्न डिजिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इत्यादि हैं। सितंबर 2023 तक के आंकड़ों के हिसाब से यह 52 ग्लोबल टेक्नोलॉजी ब्रांड्स की नेशनल डिस्ट्रीब्यूटर है। इसके 50 ब्रांच और 63 वेयरहाउस हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 136.35 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 182.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2023 में यह घटकर 123.34 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 26 फीसदी से अधिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से उछलकर 9,468.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में कंपनी को 72.02 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 5,473.27 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।