स्टॉक ब्रोकिंग स्टार्टअप जेरोधा (Zerodha) को एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) बिजनेस लॉन्च करने करने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) से मंजूरी मिल गई है। कंपनी के को-फाउंडर नितिन कामत ने यह जानकारी दी है। जेरोधा ने अपने AMC बिजनेस के लिए 'स्मॉलकेस' (Smallcase) नामक कंपनी को पार्टनर बनाया है। जेरोधा और स्मॉलकेस ने इस साल अप्रैल में ऐलान किया था कि दोनों कंपनियां AMC के लिए ज्वाइंट वेंचर बनाएंगी।
जेरोधा इस बिजनेस को शुरू करने के लिए जहां फिलहाल अपने संसाधनों का इस्तेमाल करेगी, वहीं स्मॉलकैस को एमेजॉन (Amazon), HDFC बैंक, सिकोया कैपिटल (पीक XV कैपिटल) और कई अन्य से पूंजी की मदद मिलेगी।
कामत ने X (ट्विटर) पर बताया कि जेरोधा ने मुख्य तौर पर दो कारणों से AMC बिजनेस में एंट्री की है। पहला यह कि पिछले तीन साल की ग्रोथ के बावजूद सिर्फ 6 से 8 करोड़ इक्विटी इनवेस्टर्स हैं। दूसरा कारण यह है कि बाजार में सिंपल प्रॉडक्ट की जरूरत है, ताकि अगले एक करोड़ इनवेस्टर इस स्पेस में आसानी से एंट्री कर सकें। उन्होंने कहा, 'निवेशकों को सिंपल प्रॉडक्ट्स की जरूरत है, जिन्हें वे समझ सकें और म्यूचुअल फंड इसके लिए सही इंस्ट्रूमेंट है।'
कंपनी ने अपने AMC बिजनेस के लिए विशाल जैन को CEO नियुक्त करने की भी पुष्टि की है। जैन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड इंडस्ट्री के अनुभवी मैनेजर हैं। जेरोधा ज्वाइन करने से पहले उन्होंने निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund) में 5 साल तक काम किया था।
कामत ने बताया कि कंपनी जल्द अपना पहला फंड लॉन्च कर सकती है। एसेट मैनेजमेंट कंपनी उस इकाई को कहते हैं, जो अपना म्यूचुअल फंड लॉन्च करती है और जिसे डिस्ट्रीब्यूटर्स या डायरेक्टर चैनल के जरिये बेचा जा सकता है। जेरोधा इस बिजनेस के लिए कॉइन (Coin) नामक प्लैटफॉर्म भी चला चुकी है। हालांकि, कंपनी अब इस मंजूरी के साथ औपचारिक तौर पर फाइनेंशियल प्रॉडक्ट्स के बिजनेस में शामिल हो जाएगी।