MF Investment: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपके पास एक ऐसा विकल्प भी होता है जिसमें आप पर्यावरण, सोशल और गवर्नेंस वाली कंपनी में निवेश कर सकते हैं। यानि आप किसी ESG स्कीम के जरिए ऐसे फंड में निवेश करते हैं जो एनवायरनमेंट, सोशल और गवर्नेंस वाली कंपनी और सेक्टर में निवेश करता है। अगर साधारण शब्दों में कहें तो निवेशक दुनिया को बेहतर बनाने और जनता के लिए काम करने वाली कंपनी और सेक्टर में निवेश करता है। ESG फंड ऐसे कंपनियों में निवेश नही करता जो प्रदूषण फैलाती हो या एनवायरनमेंट को नुकसान पहुंचाती हो। ESG थीम म्यूचुअल फंड की एक उभरती हुई थीम है । इस सोशल रिस्पांसिबल निवेश भी कहा जाता है।
2. किस तरह से ESG थीम में निवेश कैसे ?
ESG थीम में निवेश में निवेश के दो तरीके होते हैं जिनके जरिए निवेश किया जा सकता है। पहला निवेशक एक्टिव फंड्स के जरिए और दूसरा पैसिव फंड्स के जरिए निवेश कर सकते हैं। निवेशक ESG में एक्टिव फंड्स के साथ ही ESG से जुड़े ETF फंड्स में भी निवेश कर सकते हैं।
3. क्या हैं ESG थीम वाली कंपनी के क्राइटेरिया
- नेचुरल रिसोर्सेज कंजर्वेशन
- हेल्थ और डेमोग्राफिक रिस्क
- बोर्ड ऑफ डायरेक्टर डायवर्सिटी
4. ESG फंड में निवेश के क्या फायदे हैं?
ESG फंड में निवेश के कई सारी फायदे हैं। एक तो निवेशक सीधे समाज की बेहतरी वाली कंपनी में निवेश करता है जो समाज और पर्यावरण का भला चाहती हैं। वहीं इन फंड्स में निवेश करने से लंबी अवधि में बेहतर मुनाफा मिलता है। इन फंड्स के रिटर्न लंबे समय में बेहतर होते हैं। दूसरा कंपनियों के लिए कॉस्ट ऑफ कैपिटल सस्ता होता है और डायवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है। जिसके रिस्क कम होता है और कम उतार-चढ़ाव के साथ बेहतर रिटर्न संभव होता है।
5. निवेश से पहले ध्यान देने वाली बातें
निवेशक को निवेश से पहले फंड के जोखिम को समझना जरूरी होता है कि निवेश करने से क्या जोखिम हो सकता है। निवेश से पहले ESG कंपनियों को चुनने के नियम समझें और इसके बाद ही निवेश करें। साथ ही ये जरूर देखें फंड का एलोकेशन किस कंपनी और सेक्टर में है और उसी फंड में निवेश करें जो ESG मानक पर खरे उतर रहा हो। ESG फंड में इक्विटी फंड के मुकाबले कम उतार-चढ़ाव रहता है तो लंबे समय के लिए निवेश में रिस्क कम होता है। साथ ही अगर निवेश के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो अपने सलाहकार की मदद जरुर लें।