Paytm crisis: पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस (One 97 Communications) के शेयरों में 50 पर्सेंट की गिरावट है। हालांकि, म्यूचुअल फंड्स अभी इसमें निवेश करने से बच रहे हैं। मनीकंट्रोल (Moneycontrol) ने जिन फंड मैनेजरों से बात की, उनका कहना था कि Paytm से जुड़े कंप्लायंस और रेगुलेटरी मुद्दों की वजह से उन्होंने इस शेयर से दूरी बना रखी है।
मिड साइज की एक एसेट मैनेजमेंट कंपनी के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया, 'हमें कोई आइडिया नहीं है कि क्या चल रहा हैा जब इस मामले में रेगुलेटर्स इस तरह से शामिल हैं, तो कुछ भी अनुमान लगाना और निवेश की अवधि को लेकर कोई भी फैसला करना कठिन है।' दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान पेटीएम में म्यूचुअल फंडों की हिस्सेदारी बढ़कर 4.99 पर्सेंट हो गई, जो इससे पिछली तिमाही में 2.79 पर्सेंट है।
निप्पॉन (Nippon) और मिरेई (Mirae) के पास पेटीएम में क्रमशः 1.05 पर्सेंट और 2.5 पर्सेंट हिस्सेदारी है। रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payment Bank) पर डिपॉजिट लेने और क्रेडिट ट्रांजैक्शन करने पर रोक लगा दी है। यह रोक 29 फरवरी से लागू होगी। हालांकि, बैंक के खाते में ब्याज, कैशबैक या रिफंड जमा होने पर यह रोक नहीं लागू होगी।
एक और फंड मैनेजर का कहना था कि अगर वे पेटीएम में पैसा लगाते हैं, तो उन्हें यूनिहोल्डर्स को इसका जवाब देना होगा, खास तौर पर ऐसे वक्त में जब आने वाले समय के लिए कंपनी का कोई रोडमैप नजर नहीं आ रहा हो। फंड मैनेजर के मताबिक, इस समय कंपनी पर दांव लगाना जोखिमपूर्ण है, क्योंकि कई निवेशक इस शेयर से बाहर निकल रहे हैं। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयरों में बिकवाली का दौर जारी रह सकता है।