इनवेस्टर सेंटिमेंट में मई में बदलाव देखने को मिला। निवेशकों ने बैंकिंग शेयरों से दूरी बनाई, जबकि आईटी कंपनियों के शेयरों में निवेश किया। इससे पहले ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता को देखते हुए आईटी शेयरों में बिकवाली देखने को मिली थी। प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक, मई में म्यूचुअल फंडों ने 11,000 करोड़ रुपये के बैंकों के शेयर बेचे। ज्यादा बिकवाली कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, ICICI Bank, SBI और बजाज फाइनेंस में देखने को मिली। बीते महीने म्यूचुअल फंडों ने 4,500 करोड़ रुपये के आईटी कंपनियों के शेयर खरीदे।
इन बैंकिंग शेयरों में ज्यादा बिकवाली
इनवेस्टर्स ने Infosys, Coforge, Tata Consultancy Services Ltd, LTIMindtree, Tech Mahindra Ltd, HCL Technologies और L&T Technology Service के शेयरों में ज्यादा खरीदारी की। बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा 5,100 करोड़ रुपये की बिकवाली कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में हुई। 3000 करोड़ रुपये मूल्य के एचडीएफसी बैंक के शेयरों को बिकवाली हुई। एक्सिस बैंक के 970 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गए। ICICI Bank और एसबीआई के 670-670 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गए। म्यूचुअल फंडों ने बजाज फाइनेंस के 440 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। बजाज फाइनेंस इंडिया की सबसे बड़ी एनबीएफसी कंपनी है।
आईटी शेयरों में अच्छी खरीदारी
Infosys के शेयरों की पिटाई हुई थी। यह शेयर इस साल 15 फीसदी गिर चुका है। म्यूचुअल फंडों ने इस शेयर में अच्छी दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने इसके 1,545 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। कोफोर्ड में 960 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई। TCS के शेयरों में 608 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई। LTIMindtree के 340 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी हुई। टेक महिंद्रा के 260 करोड़ रुपये और एचसीएल टेक के 57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे गए।
बैंकिंग शेयरों में अच्छी तेजी
पिछले कुछ समय से बैंकिंग शेयरों में अच्छी तेजी दिख रही है। पिछले साल से निफ्टी में 35 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है। एसेट क्वालिटी में इम्प्रूवमेंट और नेट इंटरेस्ट इनकम बढ़ने की वजह से बैंकिंग शेयरों में तेजी आई है। S&P Global Rating की रिपोर्ट में इस सेक्टर में स्ट्रॉन्ग रिकवरी के बारे में बताया गया है। इसमें कहा गया है कि बैंकों ने एक दशक में सबसे अच्छे रिजल्ट्स पेश किए हैं। रेटिंग एजेंसी का मानना है कि बैंकों की एसेट क्वालिटी में और सुधार आएगा।
आईटी शेयरों पर बिकवाली दबाव
प्रॉफिट में कम ग्रोथ, आगे के लिए कमजोर गाइडेंस ग्लोबल इकोनॉमी में अनिश्चितता की वजह से आईटी कंपनियों के शेयरों पर बिकवाली का दबाव दिखा है। इंडियन आईटी कंपनियों के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है। अमेरिका में मंदी का खतरा मंडरा रहा है। हाल में जारी रिपोर्ट में जेपी मॉर्गन ने इंडियन आईटी सेक्टर की रेटिंग 'न्यूट्रल' से 'अंडरवेट' कर दी है। एनालिस्ट ने इसकी वजह कमजोर डिमांड इनवायरमेंट को बताया है।