11 सितंबर को जारी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों से पता चलता है कि स्मॉल-कैप और सेक्टोरल फंडों में भारी मांग के कारण अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंडों में होने वाला निवेश 165 फीसदी बढ़कर 20245 करोड़ रुपये पर रहा है। इक्विटी फंडों में होने वाले नेट इन्वेस्टमेंट अगस्त में लगातार 30वें महीने पॉजिटिव जोन में रहा है। सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए होने वाला निवेश अगस्त में 15814 करोड़ रुपये के नए ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया। जुलाई में भी एसआईपी के जरिए होने वाला निवेश 15245 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहा था। इसके अलावा इस महीने के दौरान जुड़े नेट एसआईपी खातों की संख्या 35.91 लाख के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई।
लार्ज-कैप फंडों से निकासी जारी
अगस्त के दौरान लार्ज-कैप फंडों से निकासी जारी रही। अगस्त के दौरान बेंचमार्क इंडेक्स में गिरावट के बीच लार्ज-कैप फंडों में बिकवाली हुई। ताजे आंकड़ो से पता चलता है कि अगस्त में बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 2.54 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स में 5 फीसदी की तेजी आई है।
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एमओएएमसी) की ग्लोबल मार्केट स्नैपशॉट रिपोर्ट के मुताबिक निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स ने अगस्त में सभी अहम इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया। फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट (एफपीआई) में मंदी और अमेरिकी बांड यील्ड बढ़ने के कारण अगस्त में निफ्टी 50 इंडेक्स 2.5 फीसदी गिर गया। हालांकि, मिड-कैप और स्मॉल-कैप में क्रमशः 3.9 फीसदी और 5 फीसदी की बढ़त ने सुर्खियां बटोरीं।
एनएफओ के जरिए हुआ निवेश बढ़त पर रहा
ओपन-एंडेड इक्विटी फंडों में भी न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) के जरिए हुआ निवेश बढ़त पर रहा। अगस्त 2023 के दौरान ग्रोथ/इक्विटी ओरिएंटेड स्कीम्स के 7 एनएफओ में 5002 करोड़ रुपये का निवेश आया। वहीं, जुलाई में इस रूट से 3011 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
डेट फंडों से अगस्त में 25873 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी
फिक्सड इनकम कटेगरी में डेट फंडों से अगस्त में 25873 करोड़ रुपये शुद्ध निकासी हुई, जबकि जुलाई में इनमें 61440 करोड़ रुपये का नेट निवेश आया था। इसी तरह छोटी अवधि के लिक्विड फंडों में भारी बिकवाली देखने को मिली है।
ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंडों में होने वाला निवेश घटा
जुलाई में ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंडों में होने वाला निवेश 12 फीसदी गिरकर 7626 करोड़ रुपये पर आ गया था। इस अवधि में लार्ज-कैप फंड बिकवाली के दबाव से जूझ रहे थे। डेट फंडों में आई बिकवाली के कारण ह अगस्त में ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंडों में होने वाला निवेश 80 फीसदी घटकर 16181 करोड़ रुपए पर रहा था जो जुलाई में 82467 करोड़ रुपये पर रहा था।
दूसरी कटेगरीज की बात करें तो अगस्त में हाइब्रिड फंडों में 17082 करोड़ रुपये का निवेश आय। इसमें महीने-दर-महीने आधार पर 38 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इस बढ़त में आर्बिट्राज फंड (9,483 करोड़ रुपये) और डायनेमिक एसेट एलोकेशन/बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (3,616 करोड़ रुपये) में हुए निवेश का सबसे बड़ा योगदान रहा। अगस्त में इंडेक्स फंडों में भी 1986 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी देखने को मिली।
गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में अगस्त में 1028 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश देखने को मिला। ये जुलाई के मुकाबले 125 फीसदी ज्यादा है। इस कटेगरी का एयूएम अब 24000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। अप्रैल 2022 के बाद से अगस्त में गोल्ड ईटीएफ में सबसे ज्यादा मंथली निवेश देखने को मिला है। बता दें की अप्रैल 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इस कटेगरी में 1100 करोड़ रुपये का निवेश आया था।