अगस्त 2021 में अपना पहला इंटरनेशनल स्कीम लॉन्च करने के बाद IDFC MF ने अब एक नया मल्टी-कैप फंड (Multi Cap Fund) शुरू कर रहा है। यह न्यू फंड ऑफर (NFO) आज से खुला है।
अगस्त 2021 में अपना पहला इंटरनेशनल स्कीम लॉन्च करने के बाद IDFC MF ने अब एक नया मल्टी-कैप फंड (Multi Cap Fund) शुरू कर रहा है। यह न्यू फंड ऑफर (NFO) आज से खुला है।
सेबी (SEBI) ने हाल ही में मल्टी-कैप कैटगरी के नियमों को फिर से परिभाषित किया था। दरअसल SEBI ने पाया था कि मल्टी-कैप कैटगेरी के फंड अधिकर लार्ज-कैप शेयरों में ही निवेश करते हैं। इसलिए उसने मल्टी-कैप के नियमों में बदलाव किया था। इस नियम के चलते पहले से चल रहे मल्टी-कैप फंड को कोई दिक्कत न हो, इसलिए उन्हें फ्लैक्सी-कैप के रूप में खुद को बदलने की छूट दी गई थी। इस प्रक्रिया के साथ ही म्यूचुअल फंड में एक नई मल्टी-कैप कैटगेरी खोली गई थी।
क्या है यह स्कीम?
SEBI के नियम कहते हैं, मल्टी-कैप फंड को अब मिड-कैप, स्मॉल-कैप और लार्ज-कैप तीनों कैटेगरी के शेयरों में 25-25 फीसदी निवेश करना जरूर होगा। वहीं बाकी बचे 25 पर्सेंट रकम को फंड मैनेजर अपने विवेक के अनुसार किसी भी कैटेगरी में निवेश कर सकते हैं।
इस नियम के तहत IDFC MF ने अपना नया मल्टी-कैप फंड लॉन्च किया गया है। इस फंड का 25-30 पर्सेंट हिस्सा स्मॉल कैप और 25-35 पर्सेंट हिस्सा मिड-कैप शेयरों में निवेश किया जाएगा। वहीं लॉर्ज कैप शेयरों में न्यूनतम 30 पर्सेंट निवेश किया जाएगा। बाकी बचे 20 पर्सेंट रकम को फंड मैनेजर अपने विवेक के हिसाब से इनमें से किसी भी कैटेगरी में निवेश करेगा। यह भी कहा गया फंड मैनेजर 10 पर्सेंट निवेश इंटरनेशनल शेयरों में भी कर सकता है।
स्कीम के फायदे
इस स्कीम का उद्देश्य निवेशकों को सभी मार्केट कैप - लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश वाला एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो मुहैया कराना है।
IDFC MF के चीफ एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर विशाल कपूर कहते हैं, “अलग-अलग समय पर, अलग-अलग मार्केट कैप अच्छा प्रदर्शन करते हैं। जैसे कि 2018 और 2019 के बीच लार्ज-कैप ने अच्छा प्रदर्शन किया, और अब हम व्यापक मार्केट रैली में मिड और स्मॉल-कैप को अच्छा करते हुए देख रहे हैं। इसलिए, यह आसान नहीं है कि आप बाजार में चल रह ट्रेंड के हिसाब से अपने एलोकेशन को बिल्कुल सटीकता के साथ बढ़ा या घटा सकें।”
उन्होंने कहा, "मल्टी-कैप फंड के जरिए, निवेशकों को वास्तविक डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड मिलता है, जिसका एक्सपोजर सभी मार्केट कैप में होता है।" फंड का उद्देश्य सभी सेक्टर्स में निवेश वाला एक व्यापक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाना भी है।
IDFC MF के प्रजंटेशन से पता चलता कि 50:25:25 अुनुपात वाले निफ्टी 500 मल्टी-कैप ने पिछले 12 सालों में से सात बार निफ्टी 500 से बेहतर प्रदर्शन किया है। वहीं इस पूरे 12 साल की अवधि के दौरान इस इंडेक्स ने 13.7 प्रतिशत का सालाना रिटर्न दिया है।
एक्सपर्ट की क्या है राय?
Axiom Financial Services के फाउंडर और मैनेजिंग एडिटर दीपक छाबड़िया का कहना है कि यह फंड अपने आप में अलग है और अच्छा दिख रहा है। इसे बहुत अच्छी तरह से परिभाषित किया गया है और विभिन्न मार्केट कैप में एलोकेशन को लेकर इसने खुद एक सीमा तय की है।
IDFC मल्टी कैप फंड के पोर्टफोलियो में वैल्यू और ग्रोथ स्टॉक का मिश्रण होगा। फंड मैनेजर पिंटो ने बताया, "हम इस फंड को निफ्टी मल्टीकैप इंडेक्स के साथ जोड़ेंगे, जिसमें साइक्लिकल और ग्रोथ स्टॉक के बीच 50:50 का आवंटन होता है।"
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook (https://www.facebook.com/moneycontrolhindi/) और Twitter (https://twitter.com/MoneycontrolH) पर फॉलो करें।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंसऔर अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।