एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंडों में होने वाला निवेश पिछले महीने की तुलना में 70 फीसदी घटकर 6480.29 करोड़ रुपये पर रहा है। अप्रैल महीने में निवेशकों ने इक्विटी बाजार में आई तेजी के बाद मुनाफा वसूली की है। 11 मई को जारी AMFI के आंकड़ों के मुताबिक ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंडों में आने वाला निवेश मार्च 2021 से अब तक लगातार 26वें महीने पॉजिटिव जोन में रहा है।
मार्च 2023 में इक्विटी फंडों में आया था 20534.21 करोड़ रुपये का निवेश
मार्च 2023 में इक्विटी फंडों में आया निवेश 31 फीसदी की उछाल के साथ 20534.21 करोड़ रुपये पर रहा था। ये पिछले एक साल का हाईएस्ट लेवल है। मार्च में इक्विटी फंडों में आया निवेश 15685.57 करोड़ रुपये पर रहा था। वहीं अप्रैल में इक्विटी में हुआ निवेश नवंबर 2022 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर रहा है। नवंबर में होने वाला इक्विटी में निवेश 2500 करोड़ रुपये पर ही रहा था।
बतातें चलें कि बीएसई सेंसेक्स अप्रैल 2023 में 3.35 फीसदी बढ़ा है। वहीं, एनएसई निफ्टी में इस अवधि में 4.06 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं मार्च महीने में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट देखने को मिली थी। सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान की बात करें तो अप्रैल में इसमें हल्की गिरावट देखने को मिली है। शनिवार और रविवार को मार्केट हॉलीडे कारण अप्रैल के आखिरी दो दिनों में एसआईपी में गिरावट देखने को मिली।
सामान्य तौर पर देखने को मिलता है कि किसी भी महीने के आखिरी दो महीने में एसआईपी की डिमांड काफी रहती है। ऐसे में निवेशकों को लगता है कि जो लोग अप्रैल के आखिरी दो दिनों में एसआईपी में चूक गए थे। वो मई में निवेश शुरू करेंगे। जिसके चलते मई में एसआईपी के आंकड़ों में इजाफा देखने को मिल सकता है।
एसआईपी के जरिए होने वाला फ्रेश इनवेस्टमेंट 13727.63 करोड़ रुपये पर रहा
अप्रैल में एसआईपी के जरिए होने वाला फ्रेश इनवेस्टमेंट 13727.63 करोड़ रुपये पर रहा जो कि मार्च में 14276 करोड़ रुपये पर रहा था। इक्विटी फंड कैटेगरी में देखें तो स्मॉल कैप फंडों में मार्च में सबसे ज्यादा निवेश आय है। मार्च में इस कटेगरी में 2182.44 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। उसके बाद मिडकैप फंडों का नंबर रहा है।
मिडकैप फंडों में 1790.98 करोड़ रुपये का निवेश
अप्रैल में मिडकैप फंडों में 1790.98 करोड़ रुपये का निवेश आया है। वहीं अप्रैल में डेट फंडों में कुल 1.07 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है। इसमें लिक्विड फंड कटेगरी में 63219.33 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी हुई। इसके बाद मनी मार्केट फंड में 13,960.96 करोड़ रुपये का निवेश आया।
अप्रैल में इंडस्ट्री एसेट अंडर मैनेजमेंट 41 लाख करोड़ रुपये के पार
मार्च में लिक्विड फंड और मनी मार्केट फंड में बिकवाली के चलते डेट फंडों से 56,884.13 करोड़ रुपये का निवेश निकलता दिखा है। अप्रैल के दौरान ओपन एंडेड म्युचुअल फंडों में कुल 1.24 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ। इसमें भी सबसे बड़ी हिस्सेदारी डेट म्युचुअल फंडों की रही। अप्रैल में इंडियन म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 41 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गई। अप्रैल के अंत में इंडस्ट्री की एसेट अंडर मैनेजमेंट 41.30 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
मार्च में एसआईपी निवेश पहली बार 14000 करोड़ रुपये के पार
मार्च में, सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए आने वाला निवेश पहली बार 14000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया। फरवरी के 13686 करोड़ रुपये की तुलना में मार्च में एसआईपी के जरिए होने वाला निवेश 14276 करोड़ रुपये के पार चला गया।