नवंबर के दौरान इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंडों के निवेश में 22 पर्सेंट की गिरावट हुई। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक हालांकि, लगातार 33वें महीने इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंडों में नेट इनवेस्टमेंट (इनफ्लो) देखने को मिला। संबंधित अवधि के दौरान इस सेगमेंट में 15,536.42 करोड़ रुपये का नेट इनवेस्टमेंट रहा, जो अक्टूबर के 19,957.17 करोड़ के निवेश से 22.15 पर्सेंट कम है।
घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के बीच इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश का यह ट्रेंड देखने को मिला है। नवंबर के दौरान बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) में 4.87 पर्सेंट की बढ़त रही, जबकि निफ्टी (Nifty) में 5.52 पर्सेंट का उछाल रहा। कोटक म्यूचुअल फंड (Kotak Mutual Fund) में मार्केटिंग और डिजिटल बिजनेस के सेल्स हेड मनीष मेहता ने बताया, 'फेस्टिव सीजन और बैंकों की छुट्टियों की वजह से नवंबर में इक्विटी के फ्लो पर असर पड़ा। मल्टी-एसेट कैटगरी में निवेश का फ्लो जारी रहा। SIP और म्यूचुअल फंडों के फायदों को लेकर जागरूकता बढ़ने के कारण SIP नए निवेशकों को लगातार आकर्षित कर रहा है।'
सिस्टमैाटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के लिहाज से देखा जाए, तो नवंबर में इस सेगमेंट में निवेश का यह आंकड़ा पहली बार 17,000 करोड़ रुपये को पार कर गया। इस दौरान SIP बुक 17,073 करोड़ रुपये रहा, जबकि अक्टूबर में यह 16,928 करोड़ रुपये था।
स्मॉल कैप सेगमेंट में मांग तेज
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, म्यूचुअल फंड के निवेशकों के बीच इस साल स्मॉल मार्केट कैप पर आधारित फंडों की मांग सबसे ज्यादा रही है। इक्विटी कैटगरी में स्मॉल कैप और मिड कैप म्यूचुअल फंड स्कीम्स की मांग बनी हुई है। नवंबर में इन स्कीम्स में क्रमशः 3,699.24 करोड़ और 2,665.70 करोड़ का निवेश देखने को मिला। अगर पूरे साल की बात करें, तो स्मॉल कैप फंडों का नेट इनवेस्टमेंट जनवरी से अब तक 37,178 करोड़ रुपये रहा है, जबकि मिड कैप फंडों का इनवेस्टमेंट 21,520 करोड़ रुपये है। इसके उलट, जनवरी से अब तक लार्ज कैप फंडों का नेट आउटफ्लो 2,687 करोड़ रुपये रहा है। नवंबर में लार्ज कैप फंडों का स्मॉल नेट इंफ्लो 307 करोड़ रुपये रहा।
डेट म्यूचुअल फंडों में रहा आउटफ्लो
फिक्स्ड इनकम सेगमेंट की बात करें, तो नवंबर में डेट म्यूचुअल फंडों का नेट आउटफ्लो 4,706.70 करोड़ रुपये रहा, जबकि अक्टूबर में यह आंकड़ा 42,633.70 करोड़ रुपये है। कैटगरी के हिसाब से देखें, तो संबंधित अवधि में कॉरपोरेट बॉन्ड फंड का नेट आउटफ्लो 1,578.39 करोड़ रुपये रहा।