डेट म्यूचुअल फंड्स (Debt Mutual funds) के लिए 1 अप्रैल यानी आगामी वित्त वर्ष से नया टैक्स नियम लागू हो रहा है। ऐसे में म्यूचुअल फंड (MFs)हाउसों ने नए नियम के लागू होने से पहले अधिक से अधिक फंड जुटाने के लिए अपनी इंटरनेशनल डेट स्कीमों को फिर से सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया है। इडलवाइज म्यूचुअल फंड, फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड और मिराए एसेट म्यूचुअल फंड ने अपनी इंटरनेशनल डेट स्कीमों को फिर से सब्सक्रिप्शन के लिए खोला है। यानी निवेशक अब इन स्कीमों में 31 मार्च तक निवेश कर सकते हैं।
इडलवाइज म्यूचुअल ने सोमवार से अपनी सभी 7 इंटरनेशनल फंड्स को सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया। उसने इन स्कीमों में स्विच-इन या लंपसम ट्रांजैक्शन को स्वीकार करना शुरू कर दिया है।
इडलवाइज AMC के प्रोडक्ट, मार्केटिंग और डिजिटल बिजनेस के प्रमुख निरंजन अवस्थी ने कहा, "हमारी कुछ सीमाएं थीं। इसलिए हमने सोचा कि निवेशकों को 31 मार्च तक निवेश का मौका देकर टैक्स नियम का लाभ उठाने का मौका दिया जाए।"
मिराए एसेट ने भी अपने 3 इंटरनेशनल एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) ईटीएफ और इन ईटीएफ पर आधारित 3 फंड ऑफ फंड्स (FoF) के लिए लंपसम निवेश का विकल्प देना शुरू कर दिया है। मौजूदा SIP और STP योजना 29 मार्च से दोबारा खुलेगी। हालांकि, नए SIP और STP की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मिराई एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के चीफ (ETF प्रोडक्ट और फंड मैनेजर) सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने बताया, "मौजूदा नियमों और नियामकीय प्रावधानों के चलते हमारे पास नया निवेश लेने की गुंजाइश काफी कम है। ऐसे में इन फंड के आगे सब्सक्रिप्शन के लिए फिर से बंद होने की संभावना है।"
मार्केट रेगुलेटर SEBI ने जून 2022 में म्यूचुअल फंड को 7 अरब डॉलर की निर्धारित सीमा के भीतर विदेशी शेयरों में निवेश की दोबारा मंजूरी दी थी। इसके पहले जनवरी, 2022 में सेबी ने फंड मैनेजमेंट कंपनियों को विदेशी शेयरों में निवेश वाली योजनाएं में नई खरीद से रोक दिया था।
इस बीच, फ्रैंकलिन टेम्पलन म्यूचुअल फंड ने भी अपनी 3 विदेशी योजनाओं में नई खरीद या लंपसम निवेश को स्वीकार करना शुरू कर दिया है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि म्यूचुअल फंड कंपनियों की इंटरनेशनल स्कीमों में 31 मार्च तक निवेश करने वाले निवेशकों को इंडेक्सेशन का लाभ मिलेगा। विशेषज्ञ निवेशकों को इंडेक्सेशन का अधिकतम लाभ लेने के लिए डेट फंड के अलावा इंटरनेशनल फंड और गोल्ड फंड में भी निवेश करने की सलाह दे रहे हैं।
म्यूचुअल फंड कंपनियों ने अपनी अंतरराष्ट्रीय योजनाओं में निवेश का मौका देने का फैसला गत बृहस्पतिवार को वित्त विधेयक, 2023 में किए गए संशोधन के बाद किया है। इस संशोधन के मुताबिक, डेट म्यूचुअल फंड से होने वाली आय को अल्पकालिक पूंजीगत लाभ के रूप में वर्गीकृत किया गया था। नए नियम एक अप्रैल, 2023 से लागू होने वाले हैं।