Axis MF frontrunning case : आयकर विभाग (income tax department) ने एक्सिस म्यूचुअल फंड से जुड़े फ्रंटरनिंग केस में म्यूचुअल फंड हाउस से जुड़े दो एग्जीक्यूटिव्स से पूछताछ की है। घटनाक्रम से जुड़े लोगों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। इससे पहले आईटी विभाग ने इस मामले में एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी के एक अधिकारी और इससे जुड़े अन्य लोगों के यहां छापेमारी भी की थी।
कई शहरों के 25 ठिकानों पर हुई छापेमारी
वित्त मंत्रालय ने 5 अगस्त को जारी एक बयान में कहा, “आईटी विभाग ने एक प्रमुख म्यूचुअल फंड हाउस के एक पूर्व फंड मैनेजर और इक्विटीज के ट्रेडर के साथ ही शेयरब्रोकर्स, मिडिलमैन और एंट्री ऑपरेटर्स के यहां छापेमारी और सीजर ऑपरेशन चलाया था।”
मंत्रालय ने फंड हाउस और संबंधित लोगों के नाम का खुलासा किए बिना बताया कि इस छापेमारी में मुंबई, अहमदाबाद, वडोदरा, भुज और कोलकाता स्थित 25 से ज्यादा परिसर शामिल थे।
मंत्रालय ने जारी किया बयान
सूत्रों ने कहा, मंत्रालय के बयान में उल्लिखित “एक्स फंड मैनेजर और चीफ ट्रेडर्स इक्विटीज” एक्सिस एएमसी के पूर्व फंड मैनेजर और चीफ डीलर वीरेश जोशी (Viresh Joshi) हैं, जिन्हें फ्रंटरनिंग में शामिल होने के आरोपों के बाद मई में हटा दिया गया था।
एक्सिस के मौजूदा एग्जीक्यूटिव से हुई पूछताछ
सूत्रों ने कहा कि विभाग ने छापेमारी और सीजर की कार्रवाई के तहत, एक्सिस एएमसी के हेड (इक्विटी) जिनेश गोपानी (Jinesh Gopani) से भी पूछताछ की थी।
आयकर विभाग ने पिछले महीने हुई छापेमारी के दौरान एक्सिस एएमसी के एक डीलर पवन झांगियानी से भी पूछताछ की थी। फंड हाउस की वेबसाइट के मुताबिक, वह अभी तक एक्सिस एएमसी में बने हुए हैं।
आयकर विभाग के कामकजा की निगरानी करने वाले वित्त मंत्रालय की एक डिवीजन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (The Central Board of Direct Taxes) ने इस मसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।