ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल ने पॉजिटिव आउटलुक के साथ होटल सेक्टर पर अपनी कवरेज शुरू की है। ब्रोकरेज फर्म ने इंडियन होटल्स और लेमन ट्री होटल्स पर 'buy'रेटिंग और 450 रुपये और 115 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ कवरेज शुरू की है। इसके साथ ही इसने शैले होटल्स पर 620 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ 'buy'रेटिंग देते हुए अपनी कवरेज फिर से शुरू की है।
जी-20 शिखर सम्मेलन और आईसीसी क्रिकेट विश्व कप से होगा फायदा
जेएम फाइनेंशियल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि घरेलू कस्टमरों की तरफ से बढ़ती मांग, इनबाउंड टूरिज्म में फिर से आ रही तेजी और जी-20 शिखर सम्मेलन और आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जैसे आगामी बड़े इवेंट्स के कारण होटल सेक्टर की मांग में बढ़त देखने को मिल रही है। इसके अलावा कमरों की आपूर्ति मांग के अनुरूप रहने की उम्मीद है। इससे होटल इंडस्ट्री को फायदा होगा।
ब्रोरकेज हाउस ने निवेशकों के लिए जारी किए गए नोट में कहा है कि तमाम इंडस्ट्री अनुमानों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2027 के बीच रूम सप्लाई में 5-6 फीसदी की दर से ग्रोथ होने का अनुमान है। वहीं, इस अवधि में होटल के कमरे की मांग में 8-10 फीसदी बढ़त की उम्मीद है। आगे होटल इंडस्ट्री की ऑक्यूपेंसी रेट काफी ऊंची रहने की उम्मीद है। वहीं, इस अवधि में ARR ग्रोथ रेट 8-10 फीसदी रह सकती है।
इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अधिकांश हॉस्पिटैलिटी ब्रैंड जिनमें इंडियन होटल्स और लेमन ट्री जैसे जेएम फाइनेंशियल कवरेज के अंतर्गत आने वाले ब्रांड भी शामिल हैं, नपे-तुले तरीके से अपने कारोबार में विस्तार कर रहे हैं। वे अपने विस्तार के लिए एसेटलाइट पाइपलाइन की रणनीति अपना रहे हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस रणनीतिक चलते इन कंपनियों की बैलेंस शीट सुधरी है जिससे आगे ग्रोथ की और गुंजाइश बनी है।
इंडियन होटल्स के पास 9900 कमरों वाली पाइपलाइन है,जिसमें इसमे 74 फीसदी एसेट-लाइट एप्रोच पर आधारित हैं। लेमन ट्री की पाइपलाइन में 3285 कमरे हैं, जिनमें से 78 फीसदी का संचालन मैनेज्ड या फ्रेंचाइज़ी मॉडल के जरिए किया जा रहा है। जेएम फाइनेंशियल का मानना है कि यह ट्रेंड निकट से मध्यम अवधि तक जारी रहने की उम्मीद है। ये रणनीति कंपनियों के पक्ष में काम कर रही है।