Jana SFB IPO Listing: नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) जन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Jana SFB) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में निराश करने वाली एंट्री हुई। इसका आईपीओ ओवरऑल 19 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 414 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 396 रुपये और NSE पर भी 396 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर उन्हें 4 फीसदी से अधिक घाटा हो गया। हालांकि डिस्काउंट पर लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े और 408.80 रुपये पर पहुंच गए। हालांकि फिर यह फिसल गया और फिसलकर यह 368.20 रुपये (Jana SFB Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि पहले दिन आईपीओ निवेशक 11 फीसदी घाटे में हैं।
Jana SFB IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक का 570 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 फरवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 19.89 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 39.81 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 26.13 गुना और खुदरा निवेशकों का आरक्षित हिस्सा 5.70 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 462 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 108 करोड़ रुपये के 26,08,629 शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल बैंक के टियर-1 कैपिटल बेस को बढ़ाने और आईपीओ से जुड़े खर्चों को भरने में होगा।
जुलाई 2006 में बनी जन स्मॉल फाइनेंस बैंक MSME लोन, अफोर्डेबल हाउसिंग लोन, NBFC को टर्म लोन, एफडी के अगेन्स्ट लोन, दोपहिया लोन और गोल्ड लोन मुहैया कराता है। मार्च 2023 तक के आंकड़ों के हिसाब से देश के 22 राज्यों और दो यूनियन टेरिटरीज में इसके 754 बैंकिंग आउटलेट्स हैं जिसमें से 272 तो दूर-दराज के गांवों में हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 72.26 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। अगले वित्त वर्ष 2022 में इसका मुनाफा थोड़ा कम होकर 17.47 करोड़ रुपये पर आ गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2023 में यह तेजी से उछलकर 255.97 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 16 फीसदी से अधिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से उछलकर 3,699.88 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो अप्रैल-सितंबर 2023 में इसे 213.22 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 2,215.57 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।